विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आज दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र के देशों से मंकीपॉक्स के लिए निगरानी और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को मजबूत करने का आह्वान किया, इस बीमारी को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है. डब्ल्यूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि मंकीपॉक्स तेजी से और उन देशों में फैल रहा है जिन्होंने इसे पहले नहीं देखा है. हमारे उपाय संवेदनशील, कलंक या भेदभाव से रहित होने चाहिए.
The World Health Organization today called on countries in South – East Asia Region to strengthen surveillance and public health measures for monkeypox, with the disease being declared a public health emergency of international concern.
— ANI (@ANI) July 24, 2022
भारत में भी रविवार को मंकीपॉक्स का एक नया मामला सामने आया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक मरीज में मंकीपॉक्स का मामला सामने आया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है. मरीज 31 वर्षीय व्यक्ति है जिसने कोई विदेश यात्रा नहीं की है. इससे पहले केरल में मंकीपॉक्स के 3 मामलों की पुष्टि हुई थी.
First Monkeypox case reported in Delhi, admitted to Maulana Azad Medical College, confirms Health Ministry. The patient is a 31-year-old man with no travel history who was admitted to the hospital with fever and skin lesions.
— ANI (@ANI) July 24, 2022
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को कहा था कि 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार होना एक असाधारण हालात है जो अब वैश्विक आपात स्थिति है. डब्ल्यूएचओ की यह घोषणा इस रोग के उपचार के लिए निवेश में तेजी ला सकती है और इसने इस रोग का टीका विकसित करने की जरूरत को रेखांकित किया है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ए. घेब्रेयसस ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की इमरजेंसी कमेटी के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद यह घोषणा की.
यह पहला मौका है जब डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस तरह की कार्रवाई की. टेड्रोस ने कहा, संक्षेप में, हम एक ऐसी महामारी का सामना कर रहे हैं जो संचरण के नये माध्यमों के जरिये तेजी से दुनिया भर में फैल गई है और इस रोग के बारे में हमारे पास काफी कम जानकारी है तथा यह अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन की अर्हता को पूरा करता है. उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि यह कोई आसाना या सीधी प्रक्रिया नहीं रही है और इसलिए समिति के सदस्यों के भिन्न-भिन्न विचार हैं.
Also Read: Coronavirus Cases Updates: पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 20,279 नये मामले, एक्टिव केस 1,52,200
हालांकि, मंकीपॉक्स मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कई हिस्सों में दशकों से मौजूद है लेकिन अफ्रीका महाद्वीप के बाहर इतने बड़े पैमाने पर इस प्रकोप पहले कभी नहीं रहा था और मई तक लोगों के बीच ना ही इसका व्यापक प्रसार हुआ था. इस रोग को वैश्विक आपात स्थिति घोषित करने का यह मतलब है कि मंकीपॉक्स का प्रकोप एक असाधारण घटना है और यह रोग कई अन्य देशों में भी फैल सकता है तथा एक समन्वित वैश्विक प्रतिक्रिया की जरूरत है. इससे पहले, डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19, इबोला, जीका वायरस के लिए आपात स्थिति की घोषणा की थी.