पाकिस्तान में परिवार की इज्जत के नाम पर महिलाओं को किया जा रहा प्रताड़ित, सजा सिर्फ 0.3 प्रतिशत को
चना आयोग के आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में चार सौ महिलाओं का बलात्कार किया गया और 2,300 से ज्यादा महिलाओं का अपहरण किया गया.
पाकिस्तान में महिला अधिकारों का किस तरह हनन हो रहा है यह जानकारी वहां से प्राप्त आंकड़ों से हो जाती है. पीटीआई न्यूज के अनुसार पंजाब प्रांत में पिछले छह महीने के दौरान परिवार की इज्जत के नाम पर 2,439 महिलाओं का बलात्कार किया गया और 90 की हत्या कर दी गई.
2,300 से ज्यादा महिलाओं का अपहरण हुआ
यह जानकारी पंजाब सूचना आयोग के आंकड़ों से उभरकर सामने आयी है. सूचना आयोग के आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में चार सौ महिलाओं का बलात्कार किया गया और 2,300 से ज्यादा महिलाओं का अपहरण किया गया.
हर दिन बलात्कार की 11 घटनाएं
पाकिस्तान में महिलाओं के साथ हो रहे इस अमानवीय व्यवहार पर पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार पाकिस्तान में हर दिन बलात्कार की 11 घटनाएं सामने आती हैं.
बलात्कार की शिकार महिलाओं पर ही आरोप मढ़ा जाता है
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले छह साल (2015-21) में पुलिस के सामने ऐसे 22 हजार मामले सामने आये. रिपोर्ट में कहा गया कि समाज में बलात्कार की शिकार महिलाओं पर ही आरोप मढ़ा जाता है और उन्हें दोषी करार दिया जाता, जिसकी वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ता है और वे महिलाओं पर अत्याचार करते हैं.
सजा मात्र एक प्रतिशत दोषियों को
पाकिस्तान में महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती घटनाएं इसी बात का सूचक हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि यहां महिलाओं के खिलाफ अपराध तो तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन सजा मात्र एक प्रतिशत दोषियों को हो रही है. मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि सामने आये 22 हजार मामलों में से केवल 77 को सजा मिली और सजा मिलने की दर 0.3 प्रतिशत है.
पाकिस्तान में बलात्कार की संस्कृति हावी
लाहौर प्रबंधन विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर निदा किरमानी कहना है कि यह दुखद है कि पाकिस्तान में बलात्कार की संस्कृति हावी है. यहां बलात्कार की शिकार महिला को ही दोषी ठहराया जाता है, जबकि मर्दों को जैसे बलात्कार की छूट मिली हुई है. पुरूष स्वाभाव से प्राकृतिक तौर पर हिंसक है. पाकिस्तान में महिलाओं की जो स्थिति है और जिस तरह उनके खिलाफ अपराध हो रहे हैं, उसे कई लोग बदलना चाहते हैं, लेकिन वे इस स्थिति को बदल नहीं पा रहे हैं क्योंकि यह बहुत कठिन काम है.