Afghanistan/ Taliban Updates : अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद महिलाओं की स्थिति पर चिंता जाहिर की जा रही है. इस बीच तालिबान के एक अधिकारी ने अफगान टीवी से कहा कि वह नहीं चाहते हैं कि महिलाएं पीड़ित हों…उनसे सरकार का हिस्सा बनने की भी गुजारिश तालिबान ने की है.
तालिबान ने अफगानिस्तान के सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए सामान्य माफी का ऐलान किया है. साथ ही उन्हें काम पर लौटने के लिए कहा है. अफगान स्टेट टीवी को दिए एक इंटरव्यू में तालिबान अधिकारी ने कहा कि आतंकवादी महिलाओं को शिकार नहीं बनाना चाहते हैं…उन्हें सरकार में रहने का आग्रह किया.
तालिबान ने ‘आम माफी’ का ऐलान किया : तालिबान के एक अधिकारी ने अफगानिस्तान में सभी के लिए ‘आम माफी’ का ऐलान करते हुए महिलाओं से सरकार में शामिल होने की गुजारिश की. इस्लामी अमीरात संस्कृति आयुक्त के सदस्य ईनामुल्लाह समनगनी ने मंगलवार को अफगान के सरकारी टीवी पर यह टिप्पणी की जो अब तालिबान के कब्जे में है. उन्होंने कहा कि इस्लामी अमीरात नहीं चाहता है कि महिलाएं पीड़ित हों…तालिबान अफगानिस्तान के लिए इस्लामी अमीरात का इस्तेमाल करता है.
समनगनी ने कहा कि सरकार का ढांचा पूरी तरह से साफ नहीं है, लेकिन हमारे तजुर्बे के आधार पर, इसमें पूर्ण इस्लामी नेतृत्व होना चाहिए और सभी पक्षों को इसमें शामिल करना चाहिए.
अफगानिस्तान पर बाइडन का फैसला ‘‘तार्किक” : इधर संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की वापसी के पूर्व अमेरिकी प्रशासन के फैसले के साथ आगे बढ़ने का अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का निर्णय ‘‘इस संघर्ष का तार्किक निष्कर्ष” है. अकरम ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ‘‘अफगानिस्तान में दीर्घकालिक शांति, सुरक्षा एवं विकास के लिए एक समावेशी राजनीतिक समाधान सुनिश्चित” करने के लिए अब मिल कर काम करना चाहिए.
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क्या कहा चीन ने : चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनियांग ने कहा है कि चीन अफगानिस्तान के लोगों का अपने भाग्य और भविष्य का फैसला करने के अधिकार का सम्मान करता है. चीन अफगानिस्तान के साथ दोस्ताना सहयोग विकसित करने की इच्छा रखता है. आगे हुआ चुनियांग ने कहा कि चीन अफगानिस्तान में शांति और पुनर्निर्माण के लिए रचनात्मक भूमिका निभाना चाहता है. चीन के विदेश मंत्रालय ने यह भी उम्मीद जताई है कि तालिबान अपना पहले का वादा पूरा करेगा और वहां एक खुली और समावेशी इस्लामिक सरकार को बातचीत के माध्यम से स्थापित करने का काम करेगा. चीन को ये भी भरोसा है कि तालिबान जिम्मेदारी पूर्ण कार्य करते हुए अफगान नागरिकों और अफगानिस्तान में विदेशी मिशन की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा.
चीन ने तालिबान को किया आगाह : अफगानिस्तान में तालिबान के एक ‘‘खुली और समावेशी” इस्लामी सरकार बनाने और सत्ता का सुचारू हस्तांतरण सुनिश्चित करने की उम्मीद जताने के बाद चीन ने अफगान चरमपंथी संगठन को देश के एक बार फिर से आतंकवादियों के लिए ‘‘पनाहगाह” बनने को लेकर आगाह किया. संयुक्त राष्ट्र में चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि गेंग शुआंग ने सोमवार को अफगानिस्तान में स्थिति पर सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के दौरान यह टिप्पणी की.
Posted By : Amitabh Kumar