खून की उल्टियां और फिर कुछ ही घंटों में मौत, कोरोना के बाद अब इस देश में फैली रहस्यमयी बीमारी

Tanzania Mystery Disease कोरोना वायरस से बीते वर्ष दुनियाभर में लाखों लोग संक्रमित हुए और इनमें से कईयों की मौत भी हो गयी. इसके साथ ही इस वर्ष के शुरुआत में ब्रिट्रेन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के न्यू स्ट्रेन के खतरे से लोगों की चिंताएं और बढ़ गयी. वहीं, कोरोना वायरस के बाद अब एक ऐसी रहस्यमयी बिमारी सामने आयी है, जिससे संक्रमित लोगों को खून की उल्टियां होने लगती है और फिर कुछ ही घंटों के बाद मरीज की मौत हो जाती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2021 5:25 PM

Tanzania Mystery Disease कोरोना वायरस से बीते वर्ष दुनियाभर में लाखों लोग संक्रमित हुए और इनमें से कईयों की मौत भी हो गयी. इसके साथ ही इस वर्ष के शुरुआत में ब्रिट्रेन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के न्यू स्ट्रेन के खतरे से लोगों की चिंताएं और बढ़ गयी. वहीं, कोरोना वायरस के बाद अब एक ऐसी रहस्यमयी बिमारी सामने आयी है, जिससे संक्रमित लोगों को खून की उल्टियां होने लगती है और फिर कुछ ही घंटों के बाद मरीज की मौत हो जाती है.

तंजानिया में फैले इस रहस्यमयी बिमारी से अब तक पंद्रह लोगों की मौत होने की खबर है. जबकि, दर्जनों लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं. इस अज्ञात वायरस ने दक्षिणी तंजानिया के एमबेया क्षेत्र को अपनी चपेट में लिया है. बीमारी के सामने आने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही पानी के नमूनों की जांच की जा रही है. मीडिया रिपोर्ट में स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से बताया जा रहा है कि इस अज्ञात वायरस से ज्यादातर पुरुष संक्रमित हुए हैं और उनकी मृत्यु म्बीया क्षेत्र में बीमारी के लक्षण दिखने के कुछ घंटों के भीतर हो गई.

जानकारी के अनुसार, इस अज्ञात बीमारी की वजह का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की टीम को तैनात किया गया है. बताया जा रहा है कि अभी यह बिमारी अन्य जगहों पर नहीं फैली है. अभी यह इफुम्बो के सिर्फ एक प्रशासनिक वार्ड में हुआ है, जहां लोग खून की उल्टी करते हैं और अस्पताल ले जाते समय मर जाते हैं. वहीं, तंजानिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे महामारी बताने से इनकार किया है.

हालांकि, इस बीमारी के सामने आने के बाद तंजानिया की सरकार भी अलर्ट मोड में आ गयी है. बताया जाता है कि शुरुआती जांच में ज्यादातर मरीज अल्सर और लिवर की बीमारी से पीड़ित पाये गये. वहीं, सरकारी अधिकारियों का कहना है कि साल 2018 में भी कुछ लोगों में इस तरह के लक्षण सामने आ चुके हैं. उस वक्त कई मरीजों में तेज बुखार, मतली और उल्टी की शिकायत हुई थी.

इससे पहले बीते छह महीने से अफ्रीकी देश तंजानिया दुनिया को यह विश्वास दिलाने में लगा हुआ था कि उसने पूजा-पाठ से कोरोना को भगा दिया है. तमाम खतरे के बावजूद इस देश में न मास्क और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग समेत किसी भी तरह की सावधानी नहीं बरती गयी. इतना ही नहीं, हाल ही में कोरोना की वैक्सीन को लेकर भी तंजानिया ने इनकार कर दिया. राष्ट्रपति जॉन मागुफुली कोरोना के खतरे को गंभीरता से लेने को तैयार ही नहीं हैं. अब इस देश में लोग नई रहस्यमयी बीमारी से जूझ रहा है.

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