India China Standoff : भारत और चीन के बीच जारी तनाव में नरमी के संकेत! पैंगोंग से ड्रैगन के पीछे हटने के पीछे ये वजहें तो नहीं
India China Standoff Latest News भारत और चीन के बीच पिछले साल मई से लद्दाख में जारी तनाव में कमी आने को लेकर कुछ संकेत मिल रहे है. मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि चीनी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि सैन्य स्तर के 9वें दौर की बैठक में बनी सहमति के आधार पर पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से भारत और चीन अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाना शुरू कर दिए हैं. भारतीय सेना की तरफ से हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
India China Standoff Latest News भारत और चीन के बीच पिछले साल मई से लद्दाख में जारी तनाव में कमी आने को लेकर कुछ संकेत मिल रहे है. मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि चीनी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि सैन्य स्तर के 9वें दौर की बैठक में बनी सहमति के आधार पर पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से भारत और चीन अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाना शुरू कर दिए हैं. भारतीय सेना की तरफ से हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
भारत चीन की पुरानी आदतों को ध्यान में रखते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कोई ढिलाई देने के मूड में नहीं है. उधर, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस बात के कोई संकेत नहीं है कि दोनों देश एक दूसरे के छोड़े गए इलाके में कब्जा कर माइंड गेम को फिर से बढ़ाएंगे. दरअसल भारत और चीन के बीच यह एक माइंडगेम है. जिसमें चीन को डर है कि कहीं भारत वन चाइना नीति की अपनी स्वीकृति को वापस न ले ले. इस नीति के तहत चीन हॉन्ग कॉन्ग, ताइवान और तिब्बत को अपना अभिन्न हिस्सा बताता है. चीन इन दिनों ताइवान, हॉन्ग कॉन्ग और तिब्बत को लेकर दुनियाभर में आलोचना का सामना कर रहा है.
खास बात यह है कि अमेरिका में ट्रंप की विदाई के बाद जो बाइडन प्रशासन ने भी लद्दाख विवाद को लेकर भारत का खुला समर्थन किया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका भारत-चीन सीमा पर स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है. अमेरिका ने यह भी कहा कि पड़ोसियों को डराने के पेइचिंग के पैटर्न के बीच अमेरिका अपने दोस्तों के लिए हमेशा खड़ा रहेगा.
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Upload By Samir Kumar