Strict Warning To China And Pakistan By Joe Biden Administration अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडेन के शपथ ग्रहण करते ही पूरी दुनिया की नजर उनकी ओर से किये जाने फैसलों पर जा टिकी है. सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ से पहले ही चीन और पाकिस्तान को करारा झटका मिलने की खबरें आ रही है. भारत विरोधी गतिविधियों के मद्देनजर चीन और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के लिए बाइडेन प्रशासन ने आगाह किया है.
अमेरिका के भावी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंथोनी ब्लिंकेन ने चीन और पाकिस्तान दोनों को ही चेतावनी दी है. अमेरिकी रक्षामंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ कदम काफी नहीं है. बाइडेन प्रशासन ने साफ कर दिया है कि चीन के खिलाफ अमेरिकी सख्ती जारी रहेगी. साथ ही पाकिस्तान को भी लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा गया है. गौर हो कि लद्दाख में भारतीय जमीन पर चीन नजरें गड़ाए बैठा है. वहीं, कश्मीर में आतंकवादियों को पाकिस्तान समर्थन देता रहा है. जिसको लेकर भारत सरकार की ओर से कई मंचों से अपनी बात साझा की जाती रही है.
दुनिया भर में चीन के डराने धमकाने वाले व्यवहार का उल्लेख करते हुए लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिकी सांसदों से कहा कि चीन पहले ही क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी शक्ति बन चुका है और अब उसका लक्ष्य नियंत्रणकारी विश्वशक्ति बनने का है. चीन विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका से प्रतिस्पर्धा करने के लिए काम कर रहा हैं और उनके प्रयास नाकाम करने के लिए पूरी सरकार को एक साथ मिल कर काम करने की जरूरत है. वहीं, भावी विदेश मंत्री एंथोनी ब्लिंकेन ने चीन को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के तौर पर पहचान करते और चिंता जाहिर की है.
जनरल ऑस्टिन ने पाकिस्तान को भी भारत विरोधी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए इशारों ही इशारों में चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया में सकारात्मक योगदान दिया है. पाकिस्तान ने भारत विरोधी आतंकवादी गुटों लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कदम उठाए हैं, लेकिन ये अधूरे हैं. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पाकिस्तान पर दबाव डालने की बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकवादियों के शरणस्थली के रूप में न होने दे.
Upload By Samir Kumar