जेलेंस्की ने जी 7 देशों से मांगी मदद, कहा- लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुटता जरूरी

जी-7 नेताओं ने कहा कि वे चीन को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं और चीन के साथ रचनात्मक और स्थिर संबंध चाहते हैं, चीन के साथ खुलकर बातचीत करने और अपनी चिंताओं को सीधे व्यक्त करने के महत्व को पहचानते हैं.

By ArbindKumar Mishra | May 21, 2023 4:05 PM

रूस के साथ जारी संघर्ष के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जी 7 देशों से समर्थन की मांग की. उन्होंने कहा, लोकतंत्र की रक्षा के लिए स्पष्ट वैश्विक नेतृत्व की जरूरत है. दूसरी ओर से जी 7 देशों ने यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए चीन से रूप पर दबाव डालने का आग्रह किया है.

जी 7 सूमह में ये देश हैं शामिल

जी-7 दुनिया की सात सबसे बड़ी विकसित अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों का एक समूह है. इसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं.

यूक्रेन युद्ध पर क्या बोले जी 7 देश

जी-7 नेताओं ने कहा कि वे चीन को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं और चीन के साथ रचनात्मक और स्थिर संबंध चाहते हैं, चीन के साथ खुलकर बातचीत करने और अपनी चिंताओं को सीधे व्यक्त करने के महत्व को पहचानते हैं. इसमें कहा गया है, हम चीन से आह्वान करते हैं कि वह रूस पर उसके सैन्य हमले को रोकने के लिए दबाव डाले, औरर बिना शर्त यूक्रेन से अपने सभी सैनिकों को तुरंत हटा ले.

Also Read: क्वाड नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर जताई गहरी चिंता, कहा- बातचीत और कूटनीति से सुलझे विवाद

यूक्रेन युद्ध पर बोले पीएम मोदी, मिलकर आवाज उठाने की जरूरत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के हिरोशिमा शहर में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के एक सत्र में कहा कि वह यूक्रेन में मौजूदा हालात को राजनीति या अर्थव्यवस्था का नहीं, बल्कि मानवता एवं मानवीय मूल्यों का मुद्दा मानते हैं. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानून, सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान के लिए सभी देशों का आह्वान किया.

एक साथ आवाज उठाने की जरूरत : पीएम मोदी

पीएम मोदी ने जी-7 बैठक के एक सत्र को संबोधित करते हुए यथास्थिति बदलने के एकतरफा प्रयासों के खिलाफ एक साथ मिलकर आवाज उठाने की पुरजोर वकालत की और कहा कि सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और एक-दूसरे की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए.

संघर्ष के समाधान के लिए जो भी संभव होगा करेंगे: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से हुई वार्ता का भी उल्लेख किया और कहा कि संघर्ष के समाधान के लिए जो भी संभव होगा, वह करेगा. उन्होंने कहा, और इस परिस्थिति के समाधान के लिए, भारत से जो कुछ भी बन पड़ेगा, हम यथासंभव प्रयास करेंगे. प्रधानमंत्री ने भगवान बुद्ध का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत और जापान में हजारों वर्षों से भगवान बुद्ध का अनुसरण किया जाता है तथा आधुनिक युग में ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसका समाधान हम बुद्ध की शिक्षाओं में न खोज पाएं.

Next Article

Exit mobile version