MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी जनता को लुभाने में जुट चुकी है और लोगों से कई तरह के वादे कर रही है. इस क्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राज्य में बेघर लोगों को भूखंड उपलब्ध कराने का वादा किया ताकि उनके लिए घर बनाए जा सके और वे बिना आश्रय के न रहें. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार की प्रमुख ‘लाडली बहना’ योजना ने घर में महिलाओं का सम्मान बढ़ाया है क्योंकि अब इन महिलाओं के परिवार के सदस्य उनके साथ सम्मान के साथ व्यवहार करते हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में अपने संबोधन के दौरान कहा कि जो लोग पिछले कई वर्षों से मध्य प्रदेश में रह रहे हैं, लेकिन उनके पास जमीन नहीं है, उन्हें जमीन दी जाएगी… राज्य में बेघर लोगों को भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के साथ-साथ मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाए जा सकें और कोई भी बिना घर के न रहे.
लाडली बहना योजना के तहत 1,250 रुपये की वित्तीय सहायता
सीएम चौहान ने आगे कहा कि लाडली बहना योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और घर के साथ-साथ समाज में उनके सम्मान को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई है. ‘लाडली बहना’ योजना इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री चौहान ने शुरू की. योजना के तहत प्रत्येक पात्र महिला को प्रति माह 1,250 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है. चौहान राज्य की राजधानी में गोविंदपुरा निर्वाचन क्षेत्र में महिलाओं को संबोधित कर रहे थे.
चुनाव 17 नवंबर को एक चरण में
मध्य प्रदेश में 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 17 नवंबर को एक चरण में होंगे. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूर्व महापौर और मौजूदा विधायक कृष्णा गौर को गोविंदपुरा से फिर से मैदान में उतारा है. गौर ने 2018 विधानसभा चुनाव में उसी सीट से 46,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन महिलाओं को वर्तमान में ‘लाडली बहना’ योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह बाद में यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें भी इसमें शामिल किया जाए. उन्होंने यह भी वादा किया कि दोबारा सत्ता में आने के बाद धीरे-धीरे उनकी सरकार इस योजना के तहत दिए जाने वाले मासिक लाभ को चरणों में बढ़ाकर 3,000 रुपये कर देगी.
Also Read: मध्य प्रदेश : ‘मुझे फिर मुख्यमंत्री बनना चाहिए या नहीं’, शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से पूछा
इंजीनियरिंग शिक्षा की फीस का भुगतान करेगी सरकार
आपको बता दें कि दिसंबर 2018 और मार्च 2020 के बीच 15 महीने की अवधि के लिए कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को छोड़कर भाजपा 2003 से मध्य प्रदेश में सत्ता में है. सीएम चौहान ने कहा कि उन्होंने लड़कियों और महिलाओं के कल्याण के लिए योजनाएं बनाई थीं क्योंकि वह उनके लिए कुछ अच्छा करना चाहते थे. यह विचार उन्हें तब आया जब वह विधायक नहीं चुने गए थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने बच्चियों की शिक्षा और उनकी शादी के लिए लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाएं बनाईं. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वह राज्य में पात्र महिलाओं के बेटे और बेटियों की मेडिकल और इंजीनियरिंग शिक्षा की फीस का भुगतान करेंगे.
अपने संबोधन से पहले सीएम चौहान ने निर्वाचन क्षेत्र में एक रोड शो निकाला. बाद में उन्होंने गौर के साथ गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के बागसेवनिया इलाके में एक और रोड शो में हिस्सा लिया.