आगरा. नगर निगम के सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारी सुरेंद्र सिंह ने नगर आयुक्त से इच्छा मृत्यु की मांग की है. उन्होंने नगर निगम के लेखा अधिकारी उल्लास वर्मा पर मेडिकल क्लेम का भुगतान न करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें कई सारी बीमारियों ने घेर लिया. जिसके बाद वह नगर निगम की मदद से अपना इलाज कराते रहे. शुरू में उन्हें कोई दिक्कत नहीं आई. लेकिन अब नगर निगम में लेखा अधिकारी के पद पर तैनात उल्लास वर्मा उन्हें अनावश्यक परेशान कर रहे हैं.
उनकी फाइल पर अनावश्यक आपत्ति लगाकर उनका भुगतान रोका जा रहा है. जिसकी वजह से वह काफी आहत हैं और इसी वजह से उन्होंने नगर निगम के नगर आयुक्त से हेलीडेड इंजेक्शन की मांग की है. जिसे लगाकर वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर सकें. हालांकि, नगर निगम में पीड़ित सुरेंद्र की किसी भी अधिकारी के उपस्थित ना होने की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई. जानकारी के अनुसार, मोतिया की बगीची वॉटर वर्क्स के रहने वाले 70 वर्षीय सुरेंद्र नगर निगम कि स्वास्थ्य विभाग में सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात थे. 2013 में वह सेवानिवृत्त हो गए और इसके बाद उन्हें कई बीमारियों ने घेर लिया.
सुरेंद्र लंबे समय से अपनी बीमारियों का इलाज नगर निगम की मदद से करा रहे हैं. इसके लिए समय-समय पर नगर निगम उन्हें मेडिकल क्लेम प्रदान करता हुआ आ रहा है. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सालों से नगर निगम बड़ी आसानी से उन्हें मेडिकल क्लेम दे रहा था. पहले जो अधिकारी यहां पर तैनात थे उन्होंने कभी किसी भी तरह उन्हें परेशान नहीं किया. हालांकि उन्हें कई बार विभागों के चक्कर भी लगाने पड़ते थे. नगर निगम में अब लेखा अधिकारी के पद पर उल्लास वर्मा तैनात हैं, जिनके ऊपर उन्होंने आरोप लगाया है कि उल्लास वर्मा ने उनके मेडिकल क्लेम की दो फाइल रोक रखी हैं.
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एक फाइल के अनुसार 28710 और दूसरी फाइल के अनुसार 27190 का भुगतान होना है. लेकिन नगर निगम के लेखा अधिकारी उल्लास वर्मा ने उनकी दोनों फाइल पर आपत्ति लगा दी है. और मेडिकल क्लेम को रोक दिया है. इसी वजह से आहत होकर पीड़ित व्हील चेयर पर अपने नाती के साथ नगर निगम के अधिकारियों से इच्छा मृत्यु मांगने पहुंचे. पीड़ित सुरेंद्र सिंह द्वारा नगर निगम में दिए गए शिकायत पत्र में लिखा ‘अपनी विशेष कृपा करके प्रार्थी के प्रार्थना पत्र पर अविलंब दयामय कार्रवाई करते हुए मुझे स्वेच्छा से मृत्यु वरण करने को हेलीडेड इंजेक्शन आप अपने स्तर से प्राप्त करा दीजिए. जिससे आपको मेरी फाइल पर नाजायज आपत्ति नहीं लगानी पड़े और प्रार्थी आपके पवित्र हाथों के सहयोग से जीवन अलविदा पा सके, मुक्ति मिल सके’.