अलीगढ़ : अलीगढ़ में भाजपाइयों द्वारा पुलिस के ट्रैफिक इंस्पेक्टर के साथ मारपीट के मामले में दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनका नाम विशाल और सोनू है. पुलिस ने मारपीट और हंगामा करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है. यह घटना थाना बन्ना देवी के मालवीय पुस्तकालय के पास की है. ट्रैफिक इंस्पेक्टर कमलेश यादव की पिटाई प्रकरण में एसएसपी ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए वैधानिक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था. यह भी स्पष्ट किया था कि सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों के विरुद्ध कठोरता दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी . इस प्रकरण में तत्काल अभद्रता व सरकारी कार्य में बाधा डालने वाले बुलेट चालक तथा उसके सहयोगी को सीसीटीवी कैमरे के आधार पर अभद्रता एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने पर मुकदमा दर्ज किया गया है और घटना में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर टिप्पणी की है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि भाजपाई अहंकार अब पुलिस पर भी हाथ उठा रहे हैं. सवाल यह है कि भाजपा में बढ़ती दबंगई के सिर के ऊपर प्रश्रय का हाथ कौन लगा रहा है. इन्हें कौन बचा रहा है. भाजपाइयों में जीरो टॉलरेंस के लिए टोलरेंस जीरो क्यों है . पुलिस अधिकारी की मौजूदगी में ही भाजपाईयों ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर को घेर कर पीटा. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया.
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एसएसपी कला निधि नैथानी ने बताया कि पीड़ित ट्रैफिक इंस्पेक्टर कमलेश यादव ने थाना बन्ना देवी में मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिसमें उनके द्वारा बताया गया की चेकिंग के दौरान मोटरसाइकिल के मॉडिफाई साइलेंसर होने का शक हुआ था. जिस पर उसने विधिवत जांच की, इसको लेकर के कुछ लोगों द्वारा ट्रैफिक इंस्पेक्टर का घेराव किया गया. ट्रैफिक इंस्पेक्टर की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया गया. वहीं, लोगों ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर पर हमला कर दिया. इस प्रकरण को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज करने के बाद बुलेट चालक और हमलावर व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. वही, सीसीटीवी कैंमरे के आधार पर कार्रवाई की गई है. सुसंगत धाराओं में कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है. एसएसपी ने स्पष्ट किया है कि पुलिस विभाग पर कोई भी सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करता है. उसके विरुद्ध कठोरता दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी .