अलीगढ़: अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में सर सैयद डे धूमधाम से मनाया गया, लेकिन पूरे माहौल में तनाव का असर दिखा. जिसके कारण एएमयू स्टूडेंट्स और टीचर्स एसोसिएशन बॉबे सैयद गेट पर एकत्रित हुए वहीं गुलिस्तान ए सैयद पार्क में यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से सर सैयद डे मनाया गया. बाबे सैय्यद गेट पर AMU एक्ट को बचाने के लिए दुआएं की गई. एक ही संस्थान में सर सैय्यद डे को लेकर दो कार्यक्रम आयोजित किये गये. एक कार्यक्रम छात्रों, शिक्षक संघ द्वारा आयोजित किया गया था और दूसरा कार्यक्रम एएमयू प्रशासन द्वारा गुलिस्तानें सैय्यद पार्क में आयोजित किया गया था. जो एएमयू प्रशासन और छात्रों के बीच कड़ुवाहट को दर्शाता है. ऐसे में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन का छात्रों, शिक्षकों के बीच गहराती खाई स्वागत योग्य नहीं है. इतिहास गवाह है कि कोई भी शिक्षण संस्थान कभी भी सीमित समय के लिए स्थापित नहीं किया जाता. उसकी स्थापना भावी पीढ़ियों को ध्यान में रखकर की जाती है. छात्र, शिक्षक, गैर-शिक्षण कर्मचारी, एएमयू प्रशासक और प्रशासन सभी मिलकर सर सैयद अहमद खान के इस चमन की सुंदरता को बढ़ाते हैं, इसकी महानता को दोगुना करते हैं.लेकिन इस बार सर सैय्यद डे पर छात्र और एएमयू प्रशासन के बीच गहरी खाई दिखी.
पिछले 20 दिनों एएमयू छात्र बाबे सैय्यद गेट पर धरना दे रहे हैं और संस्था को बचाने के लिए आंदोलन चला रहे हैं. AMU एक्ट को बचाने के लिए छात्र कार्यवाहक कुलपति से अपील कर रहे हैं कि संस्थान और AMU एक्ट को बचाने के लिए नियमित कुलपति का पैनल बनाया जाए. जिसको लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन छात्रों का प्रयास निरर्थक साबित हो रहे हैं, क्योंकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया जा रहा है. एएमयू प्रशासन अपने अहंकार के कारण छात्रों व शिक्षक संघ की अपील नहीं सुन रहा है.
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास में यह दूसरी बार है. जब एक ही संस्थान में एक साथ दो स्थानों पर सर सैय्यद डे समारोह आयोजित किया गया. इससे पहले 26 जनवरी 2020 को एएमयू छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से अलग गणतंत्र दिवस मनाया था. छात्रों व शिक्षकों ने बाबे सैय्यद गेट पर सर सैय्यद डे पर एएमयू सेव डे मनाया. एएमयू प्रशासन की ओर से सर सैयद डे का आयोजन गुलिस्तान ए सैयद पार्क में किया गया.
एएमयू स्टूडेंट्स, टीचर्स एसोसिएशन और ओल्ड बॉयज स्टूडेंट एएमयू की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं. छात्रों की मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति की नियुक्ति का मामला तूल पकड़ रहा है. 15 अक्टूबर को दिल्ली में भी एएमयू में खामियों को लेकर धरना दिया गया. कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज से लगातार कुलपति पैनल बनाने की अपील की जा रही है. लेकिन एएमयू प्रशासन न तो नियमित कुलपति के लिए पैनल बनाने को तैयार है और न ही छात्र संघ के चुनाव कराने की घोषणा कर रहे हैं. एएमयू प्रशासन के रवैये से नाराज छात्र, शिक्षक संघ और ओल्ड ब्वायज ने 17 अक्टूबर को बॉब ए सैयद गेट पर सर सैयद डे को सेव एएमयू डे के रूप में मनाया गया.