Aligarh: आयुष्मान भारत योजना से स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ को लाभान्वित करने के लिए सरकार ने नई मुहिम शुरू की है. सरकारी अस्पतालों में योजना के 75 लाभार्थी का एक माह में उपचार होता है, तो चिकित्सकीय स्टाफ को 15% प्रोत्साहन राशि से नवाजा जाएगा. सरकार इस स्कीम का लाभ सीधे चिकित्सक व उसकी टीम को अस्पताल के द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा.
आयुष्मान योजना से ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित करने को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है. इसी के तहत सरकार ने हाल ही में 6 यूनिट या उससे अधिक यूनिट वाले परिवारों को भी आयुष्मान योजना से जोड़ दिया है. इन सभी का गोल्डन कार्ड बनाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. इसी के बीच में शासन ने एक और आदेश जारी कर सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों को सीधा लाभ देने का कार्य किया है.
शासनादेश के अनुसार सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के एक माह में 75 या उससे अधिक मरीज भर्ती होने पर चिकित्सकीय स्टाफ को 15 प्रतिशत इंसेंटिव मिलेगा. 74 मरीज तक चिकित्सकीय स्टाफ को इंसेंटिव नहीं मिलेगा. इस आदेश के बाद जिला स्तरीय अस्पतालों को लेकर सीएचसी तक अस्पताल इस लक्ष्य को पूरा कर लेने में जुट गये है.
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हालांकि अस्पतालों में विभिन्न रोगों के मरीजों को भर्ती किया जाएगा. इसमें हर बीमारी का अलग-अलग उपचार की धनराशि बीमा कंपनियों के द्वारा निर्धारित की गई है. उपचार के बाद यह धनराशि सीधे अस्पताल के खाते में पहुंच जाएगी. इसके बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा 15 फ़ीसदी धनराशि चिकित्सकीय स्टाफ को देना होगा.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आरएस अतेंद्र ने बताया कि शासन ने ज्यादा से ज्यादा आयुष्मान कार्ड धारकों को सरकारी अस्पताल में भर्ती करने का आदेश जारी किया है. इस आदेश में सरकार ने एक माह में 75 या उससे अधिक मरीज भर्ती होने पर चिकित्सक स्टाफ को 15% प्रोत्साहन राशि देने का भी वायदा किया है. इस आदेश के बाद अस्पताल प्रशासन लक्ष्य को पूरा करने में जुटा हुआ है. इस माह लक्ष्य पूरा होने की पूरी उम्मीद है.