Prayagraj News: गीतकार, कवि, पटकथा लेखक, फ़िल्म निर्देशक और नाटककार सम्पूर्ण सिंह कालरा उर्फ़ गुलज़ार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि देने का निर्णय केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में अटक गया है. अब सरकार की अनुमति न मिलने के बाद यह तय माना जा रहा है कि गीतकार गुलजार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी द्वारा 8 नवंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में डी.लिट की मानद उपाधि नहीं मिल सकेगी. दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शिरकत करेंगे.
सम्पूर्ण सिंह कालरा उर्फ गुलजार को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय की एकेडमिक व एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने डी.लिट की मानद उपाधि देने का लिया था, जिसकी मंजूरी के लिए विश्वविद्यालय ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय व उच्च शिक्षा विभाग को लेटर भेजा था. साथ ही गीतकार गुलजार को भी डी.लिट की उपाधि देने के निर्णय से अवगत कराया था. इसके बाद 23 सितंबर को गुलजार को दीक्षांत समारोह में आने के लिए आमंत्रित किया था जिसे गुलजार ने स्वीकार कर लिया था.
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गीतकार गुलजार ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आने का पूर्ण रूप से मन बना लिया था. इसके साथ ही साथ उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा डी लिट की उपाधि देने के निर्णय को भी स्वीकार कर लिया था लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रस्ताव को शिक्षा मंत्रालय की मंजूरी न मिलने के बाद अब यह तय माना जा रहा है कि गुलजार अब विद्यालय के दीक्षांत कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे.
इस संबंध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रोफेसर व पीआरओ डॉ जया कपूर ने बताया, इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा गीतकार गुलजार को डी लिट की मानद उपाधि देने के प्रस्ताव को शिक्षा मंत्रालय के पास भेजा गया था, लेकिन शिक्षा मंत्रालय द्वारा उन्हें डिलीट की मानद उपाधि दिए जाने के फैसले पर अंतिम निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है. इस वजह से गीतकार गुलजार से पुनः आमंत्रण को लेकर संपर्क नहीं किया गया. विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में महज 2 दिन ही शेष हैं. इसके बाद अब यह तय हो गया है कि गुलजार विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शिरकत नहीं करेंगे.
रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी