पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट थाना अंतर्गत बागतुई ग्राम निवासी लालन शेख की सीबीआई हिरासत में अस्वाभाविक मौत की घटना के बाद में बीरभूम में जगह- जगह प्रदर्शन व हंगामा जारी है. लालन शेख के परिजन व अन्य लोगों की ओर से सीबीआई के अस्थाई कैंप के समक्ष प्रदर्शन जारी है. लोग सीबीआई की गाड़ियों को भी बाहर नहीं निकलने दे रहे है. इस दौरान भारी संख्या में केंद्रीय बल और पुलिस को मुस्तैद किया गया है. लालन शेख की हत्या हुई है इसे लेकर ही लोगों का प्रदर्शन जारी है. 14 नंबर सड़क पर टायर जलाकर सड़क को अवरोध करने की कोशिश की गई. कल रात में भी उक्त सड़क को अवरोध कर विक्षोभ जताया गया था.इस प्रदर्शन के कारण सीबीआई अधिकारी कैंप में ही फंसे हुए है.
Also Read: सीबीआई हिरासत में बागतुई नरसंहार के मूल आरोपी लालन शेख की मौत ,जांच में जुटी पुलिस
मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे से ही रामपुरहाट स्थित सीबीआई के अस्थाई कैंप के सामने मृतक लालन शेख के करीबी सहित गांव के अन्य लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया. इसी बीच करीब 12 बजे बागतुई मामले के एक अन्य आरोपी को कोर्ट ले जाने पर हंगामा शुरू हो गया. जैसे ही सीबीआई अधिकारियों ने वाहन के साथ कैंप से जाने की कोशिश की, कैंप के बाहर मौजूद प्रदर्शनकारियों ने रेलिंग पर चढ़ने और गेट के ऊपर स्थित कैंप कार्यालय में जबरन प्रवेश करने की कोशिश की. जब राज्य पुलिस पहरा दे रही थी, स्थिति उग्र होते ही सीआरपीएफ मैदान में उतर आई . यहां तक कि खुद रामपुरहाट के एसडीपीओ ने भी प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की. लेकिन इससे भी ज्यादा मदद नहीं मिली.
Also Read: फिरहाद ने की शुभेंदु की आलोचना, कहा- गुब्बारे से निकल गयी हवा
इधर बागतुई ग्राम में भी पुलिस अक्षीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल उतारा गया है. इसके साथ ही रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी पुलिस की भारी मुस्तैदी की गई है. किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे इसे लेकर ही पुलिस इन तीनों स्थानों पर मुस्तैद है.स्थिति को संभालने के लिए सीआरपीएफ जवानों ने कैंप कार्यालय का गेट बंद कर रखा है . सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पूरे मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है.
Also Read: बॉलीवुड अभिनेता परेश रावल ने कोलकाता पुलिस से मांगी मोहलत
घटना को लेकर मृतक लालन शेख की पत्नी रेशमा बीबी ने दावा किया कि सीबीआई ने ही उनके पति की हत्या की है. रेशमा बीबी ने न केवल सीबीआई को दोष दिया है, पत्रकारों के सामने भादू शेख के भाइयों पर भी उंगली उठाई है. सीबीआई के डीआईजी और बागतुई मामले के जांच अधिकारी प्रदर्शनकारियों के विरोध के कारण अस्थाई कैंप के अंदर फंसे हुए है.
रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़