BREAKING NEWS
अजीत रानाडे
Browse Articles By the Author
Opinion
केरल में अतिथि माने जाते हैं प्रवासी कामगार
केरल के एर्नाकुलम जिले में 85 ऐसे छात्रों की सफलता जिला प्रशासन के समर्थन से चल रही रोशनी नामक पहल के कारण संभव हो सकी है.
Opinion
स्वदेश कमाई भेजने में सबसे आगे भारतीय
साल 2022 में भारत को विप्रेषण से 111 अरब डॉलर से अधिक प्राप्त हुए. यह राशि भारत के वस्तु व्यापार घाटे का लगभग आधा है. यह मैक्सिको और चीन को विप्रेषण से मिलने वाले धन के दुगुने से भी अधिक है.
Opinion
कम हो आय और संपत्ति की विषमता
आयकर दायरा बढ़ाकर और जीएसटी जैसे अप्रत्यक्ष करों के बोझ को घटाकर आगे बढ़ना चाहिए. अवसरों की विषमता को प्राथमिक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में अधिक उच्च गुणवत्ता एवं मात्रा मुहैया कराकर कम किया जा सकता है.
Opinion
युद्ध की आशंका से बढ़ती आर्थिक चिंता
मध्य-पूर्व में तनाव और अनिश्चितता केवल हथियार कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है. बाकी के लिए यह आर्थिक तौर पर बुरी खबर है. चीन और रूस (दोनों सुरक्षा परिषद के सदस्य हैं) ने ईरान के हमलों की निंदा नहीं की है.
Opinion
रोजगार सृजन की गति भी बढ़नी चाहिए
नीति को लेकर मुख्य सुझाव है कि न केवल निर्यात या उत्पादन के मूल्य के आधार पर, बल्कि अधिक रोजगार पैदा करने वाले निवेशों को भी प्रोत्साहन दिया जाए.
Opinion
रोकना होगा भूजल का मनमाना दोहन
भारत के पास दुनिया के ताजे पानी का महज दो प्रतिशत हिस्सा है, पर वैश्विक जनसंख्या का 17 प्रतिशत भाग है.
Opinion
उत्साहजनक है जीडीपी में उच्च वृद्धि
अमूमन जीडीपी और जीवीए में मामूली अंतर होता है तथा यह सब्सिडी को छोड़कर करों के शुद्ध असर को प्रतिबिंबित करता है.
Badi Khabar
शिक्षा व्यवस्था में बड़े सुधार जरूरी
साल 2024 में लगभग 12.32 लाख छात्रों ने जेइइ मेंस के लिए पंजीकरण कराया है, जबकि 23 आइआइटी संस्थानों में कुल सीटें 16,232 ही हैं. सफलता का अनुपात मात्र 1.3 प्रतिशत है, जो दुनियाभर में सबसे कठिन परीक्षाओं में है. कौन कह सकता है कि जो प्रवेश नहीं ले पाये, वे अच्छे छात्र नहीं हैं ?
Badi Khabar
बजट में उत्कृष्ट वित्तीय संयम
वित्त मंत्री सीतारमण ने संसद को यह याद दिलाया कि वित्तीय घाटे के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) के छह प्रतिशत रखने के लक्ष्य को चालू वित्त वर्ष में हासिल कर लिया गया है. उल्लेखनीय है कि इस लक्ष्य से बेहतर उपलब्धि रही है और वित्तीय घाटा 5.8 प्रतिशत के स्तर पर है. वित्तीय सादगी के लिए यह एक अच्छी खबर है.