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Dashmat Soren

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चांडिल बांधडीह निवासी ढाढू सिंह के समर्थन में आया दलमा बुरू सेंदरा दिसुआ समिति,...

आसनबनी गांव के दलमा बुरू दिसुआ सेंदरा समिति की बैठक अध्यक्ष फकीर सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित किया गया. बैठक में दलमा वन क्षेत्र के वन कर्मियों के द्वारा नीमडीह प्रखंड के चेलियामा पंचायत के बांधडीह निवासी ढाढू सिंह को जंगली सूअर शिकार करने के मामले में जेल भेजने के मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया.

मतलाडीह पंप हाउस से 5 दिनों से जलापूर्ति ठप,10 हजार आबादी प्रभावित

मतलाडीह पंप हाउस से पानी की सफाई बाधित होने से करीब 10 हजार की आबादी प्रभावित हो गयी है. पिछले 5 दिनों से पंप हाउस से पानी का सप्लाई ठप हो गया है.

संताल स्टूडेंट्स यूनियन ने शिक्षक बहाली की मांग को लेकर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष...

संताल स्टूडेंट्स यूनियन ने बुधवार को टीजीटी में संताली विषय के शिक्षक पद सृजित कर अविलंब शिक्षकों की बहाली करने की मांग को लेकर उपायुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम छह सूत्री एक मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा गया.

आदिवासी युवाओं ने सिदो-कान्हू समेत अन्य महापुरुषों के बलिदान को याद करने के लिए...

हूल दिवस पर वीर सिदो-कान्हू समेत तमाम वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने व उनकी वीरता की गाथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मोटरसाइकिल रैली निकाली.

युवाओं ने देश व समाज के निर्माण के लिए फूंका एक और हूल

भोगनाडीह में 30 जून 1855 को वीर सिदो-कान्हू के नेतृत्व में हजारों आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजाया था. इस ऐतिहासिक दिन को हूल क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाता है.

जनता को नहीं होगी कोई दिक्कत, रेलवे विभाग के तालमेल से विकास कार्य किया...

पंचायत प्रतिनिधियों ने जमशेदपुर प्रखंड अंतर्गत रेलवे अधीन क्षेत्र में मुखिया फंड से विकास कार्य को रोकने के मामले पर उपायुक्त अनन्य मित्तल से बातचीत की. पंचायत प्रतिनिधियों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया.

55 पंचायतों के मुखिया व पंसस रेलवे अधीन क्षेत्र में मुखिया फंड से विकास...

जमशेदपुर प्रखंड अंतर्गत रेलवे अधीन क्षेत्र में मुखिया फंड से विकास कार्य को रोकने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. जिला मुखिया संघ अपनी मांगों को लेकर आर या पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.

कुड़मी बहुल क्षेत्र में गैर कुड़मी शिक्षक को ज्वाइन करने का होगा पूरजोर विरोध

कुड़मी बहुल क्षेत्रों के स्कूलों में गैर कुड़मी व वैसे शिक्षक जिनको कुड़माली भाषा की जानकारी नहीं है, उसे आदिवासी कुड़मी समाज स्कूल में ज्वाइन करने नहीं देगा. पूर्वी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावां जिला कुड़मी बहुल क्षेत्र है. इसलिए कुड़माली भाषा शिक्षकों की सभी स्कूलों में स्थायी नियुक्ति दिया जाये.

शिक्षक की नियुक्ति आदिवासी भाषाओं को प्राथमिकता नहीं देना उनके साथ छल करने जैसा...

आदिवासी भाषाओं को उचित महत्व और सम्मान देना आवश्यक है ताकि उनकी संस्कृति और पहचान को संरक्षित किया जा सके.
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