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Dashmat Soren
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Rajya
दलमा जंगल की अंधाधुंध कटाई कर रहे अवैध शराब भट्ठियों के मालिक, वन विभाग...
एनएच से सटे आसनबनी, फदलोगोड़ा, पातीपानी, हलुदबनी आदि गांव के समीप घने जंगल के अंदर कई अवैध शराब की भट्टियां चल रही है. इन अवैध शराब भट्टियों में जंगल के बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर जलाया जा रहा है.
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माझी परगना महाल ने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी समीर मोहंती को समर्थन देने की...
माझी परगना महाल दामपाड़ा तोरोप ने इंडिया गठबंधन के जमशेदपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी समीर मोहंती को समर्थन देने की घोषणा की है. बुधवार को घाटशिला दामपाड़ा के केंदोपोसी में आयोजित माझी परगना महाल की बैठक में विचार विमर्श करने के बाद यह निर्णय लिया गया.
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ओडिया, बांग्ला समेत जनजातीय भाषा शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया जून से शुरू होगी: चंपाई...
स्कूलों में शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया जून महीने से प्रांरभ कर दी जायेगी. भाषा और सामाजिक व्यवस्था को लुप्त नहीं होने दिया जायेगा. राज्य सरकार भाषा और सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने का पक्षधर है
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पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती समारोह पर रक्तदान-महादान कार्यक्रम 23 को
डिमना के देवघर में पंडित रघुनाथ मुर्मू की 119वीं जयंती समारोह पर 23 मई को रक्तदान-महादान कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसके साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे
Rajya
जो आदिवासियों की विकास की बात करेगा, समाज उसे ही चुनाव में समर्थन देगा:...
लोकसभा चुनाव में आदिवासी समाज के अस्तित्व, परंपरा, संस्कृति, जल, जंगल, जमीन व संवैधानिक अधिकार की बात करने वाले प्रत्याशी को भारी मतों से विजयी बनायेंगे. आदिवासियों की मांग पूरा नहीं करने की स्थिति में आने वाले विधानसभा चुनाव में वैसे प्रत्याशी को सबक सिखाया जायेगा.
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लोकसभा चुनाव एनडीए जीते या इंडिया गठबंधन, आदिवासियों का हार निश्चित:सालखन मुर्मू
कोई भी पक्ष वर्तमान चुनाव में जीते आदिवासियों की हार निश्चित है. क्योंकि दोनों ही पक्षों के पास आदिवासियों का पक्ष या एजेंडा नदारद है. आदिवासी केवल वोट बैंक बनकर रह गए हैं. खुद आदिवासी नेता भी आदिवासियों के सवाल पर ईमानदार नहीं दिखते हैं.
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दलमा में सेंदरा पर्व आज, कई जगहों से पहुंचे सेंंदरा वीर
दलमा राजा राकेश हेंब्रम ने रविवार की सुबह को दलमा की तराई में स्थित गांव फदलाेगोड़ा में पारंपरिक हथियारों की पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा अर्चना की. इसके बाद ढोल व नगाड़ों की थाप के साथ राकेश हेंब्रम ने धनुष में तीर को रखकर चलाया.