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डॉ. जयंतीलाल

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वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत के अवसर

इसमें कोई दो मत नही है कि विदेश व्यापार में भारत की नयी संभावनाएं दुनिया के लिए नये मौके के रूप में है.

चीन की चुनौती से निबटने को भारत तैयार

China–India relations :भारत अधिक रणनीतिक प्रयासों से भारतीय बाजार में उद्योग-कारोबार, निर्यात और निवेश के अधिक मौकों को मुठ्ठियों में ले सकता है.

केंद्रीय बजट से मध्य वर्ग की उम्मीदें

वर्ष 2023-24 में 140 करोड़ से अधिक लोगों में से सिर्फ 2.79 करोड़ लोगों ने ही आयकर दिया है, यानी देश की आबादी के 1.97 फीसदी लोगों ने ही आयकर दिया है.

शेयर बाजार की ऊंचाई और आर्थिक वृद्धि

भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसइ में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण अब 5.21 ट्रिलियन डॉलर हो गया है, वहीं हांगकांग के शेयर बाजार का पूंजीकरण घटकर 5.17 ट्रिलियन डॉलर रह गया है.

वैश्विक ऊंचाई पर भारतीय खिलौना कारोबार

भारतीय खिलौना उद्योग की बहुत कम समय में हासिल ऐसी सफलता की कभी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी. भारत का खिलौना निर्यात पांच-छह वर्षों में तेजी से बढ़कर 2,600 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है.

नये मुक्त व्यापार समझौते की अहमियत

हम उम्मीद करें कि भारत का निर्यात बढ़ाने के मद्देनजर जिस तरह ऑस्ट्रेलिया व संयुक्त अरब अमीरात के साथ किये गये एफटीए लाभप्रद सिद्ध हो रहे हैं.

बनती जा रही है विकसित भारत की डगर

वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक मंचों पर भारत को विशेष अहमियत, अमेरिका और रूस से मित्रता, बढ़ते भारतीय बाजार के कारण कई देशों की भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते की ललक के साथ नये आर्थिक तकनीकी विकास के लिए बढ़ते कदम.

पर्यटकों को लुभाने की रणनीति बने

निश्चित रूप से लक्षद्वीप के वर्तमान पर्यटन घटनाक्रम से यह संदेश निकला है कि घरेलू पर्यटकों के बढ़ते विदेश पर्यटन के कदमों को नियंत्रित कर उन्हें देश के पर्यटन स्थलों की ओर मोड़ा जा सकता है.

कारोबार के अवसर बढ़ायेगा ‘वेड इन इंडिया’

विवाह से जुड़ी प्रत्येक चीज ट्रेंडी या विशिष्ट हो गयी है, लेकिन परंपरा को बनाये रखने की चाह भी नहीं मिटी है. इसी वजह से आधुनिकता व परंपरा का समन्वय एक फैशन भी बन गया है. ऐसे में यदि भारत में संस्कार और संस्कृति के मूल्यों के साथ ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ का अभियान आगे बढ़ाया जाए.
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