BREAKING NEWS
Trending Tags:
प्रदीप सरदाना
वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक
Browse Articles By the Author
Opinion
आशा पारेख को फाल्के सम्मान
आशा पारेख ने समाज सेवा के लिए जहां ‘आशा पारेख अस्पताल’ को भी बरसों चलाया. वहीं सिने आर्टिस्ट कल्याण संस्था ‘सिंटा’ की भी वे पदाधिकारी रहीं. नृत्यकला के विकास के लिए भी वे अपना एक नृत्य विद्यालय ‘गुरुकुल’ चलाती रहीं. साथ ही, 1998 से 2001 तक वे फिल्म सेंसर बोर्ड की अध्यक्षा भी रहीं.
Opinion
फिल्म भक्तों का तीर्थ गोवा समारोह
यह समारोह इतना व्यापक और भव्य हो गया है कि फिल्म प्रेमियों के लिए किसी तीर्थ स्थल जैसा है, जहां सभी किस्म के फिल्म प्रेमियों के लिए कुछ न कुछ है.
Opinion
महिला प्रधान धारावाहिकों का दबदबा
टीवी ने कई रंग बदले, पर जो बात नहीं बदली, वह यह कि टीवी पर महिला प्रधान कार्यक्रमों का कल भी बोलबाला था और आज भी. हास्य धारावाहिकों को भी दर्शक पसंद करते रहे हैं.