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शिवकांत

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कनाडा पर अमेरिका की दोहरी चाल

अमेरिकी समीक्षक मानते हैं कि इस सदी में अमेरिका के लिए भारत का वैसा ही रणनीतिक महत्व है जैसा पिछली सदी में चीन का था. लेकिन राष्ट्रपति बाइडन से लेकर विदेश मंत्री ब्लिंकन और सुरक्षा सलाहकार जैक सुलेवन तक, हर अमेरिकी नेता भारत को जांच में कनाडा का सहयोग करने की नसीहत देता आ रहा है.

कुमाऊं अंचल की यात्रा कराती है अङवाल

गुमानी के रचना संसार के बाद कहानी कुमाऊं अंचल के साहित्य और संस्कृति के केंद्र अल्मोड़ा में आ जाती है. यहां कुमाउनी के महानतम कवि गौरी दत्त पांडे 'गौर्दा' के रचना संसार पर समकालीन कवि त्रिभुवन गिरि के साथ विस्तार से चर्चा होती है.

नस्लवाद की चिंगारी से जलता फ्रांस

फ्रांसीसी गणतंत्र के स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के तीनों आदर्शों को लेकर यहां के लोगों का पूरी तरह मोहभंग हो चुका है. प्रदर्शनों और दंगे-फसाद की शुरुआत अक्सर इन्हीं इलाकों से होती है, इसलिए पुलिस वाले इन इलाकों को अराजकता और अपराध के अड्डों के रूप में देखते हैं.

यूरोप में विकास को लेकर नयी बहस

इसमें दो राय नहीं कि यूरोपीय नेता और सरकारी संस्थाएं विकास की दिशा बदल कर उसे पर्यावरण संतुलन और खुशहाली की ओर ले जाना चाहती हैं. परंतु भारत के साथ चल रही मुक्त व्यापार समझौते की वार्ताओं में यूरोपीय संघ की दलीलें देख नहीं लगता कि यूरोपीय सरकारें अभी बड़े परिवर्तन के लिए तैयार हैं.

ब्रिटेन में वीजा रोकने पर आक्रोश

'लंदन इकोनॉमिक्स' की एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पढ़ाई के लिए ब्रिटेन आने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या से ब्रितानी अर्थव्यवस्था को मिलने वाले लाभ में एक तिहाई उछाल आया है और वह लगभग 4.20 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

फिनलैंड में दक्षिणपंथ का उभार

चुनाव में मरीन की रॉक स्टार की छवि और कार्यशैली मुद्दा बनी ही नहीं. यूक्रेन युद्ध और नाटो में शामिल होना भी मसला नहीं था क्योंकि इन पर लगभग सभी पार्टियों की एक राय थी.

बीबीसी की विश्वसनीयता का संकट

गैरी लिनेकर की छवि ऐसे शालीन खिलाड़ी की रही है, जिसे उसके 16 साल लंबे खेल जीवन में एक बार भी पीला या लाल कार्ड नहीं दिखाया गया. शायद यही कारण है कि इस विवाद को सुलझाने के लिए टिम डेवी को न केवल गैरी लिनेकर को वापस बुलाना पड़ा है

तेल की धार पर कोरोना की मार

कोविड-19 ने 1930 की महामंदी से भी बड़ा नुकसान दो महीनों के भीतर कर दिया है. तेल के दामों में आयी नाटकीय गिरावट इस आघात को रेखांकित करती है.

आज के ब्रिटेन में नस्ली भेदभाव

एक अच्छी बात यह है कि दो साल पहले यूरोपीय संघ के एक सर्वेक्षण के अनुसार, यूरोप के बारह देशों में सबसे कम नस्लवादी भेदभाव ब्रिटेन में ही है.
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