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सुशील कुमार

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महामारी में गांधी ने भी खोये थे परिजन

स्पैनिश फ्लू और वर्तमान कोरोना महामारी में कुछ समानताएं हैं, तो कुछ फर्क भी. बीसवीं सदी के फ्लू से भारत में यूरोप की तुलना में काफी ज्यादा लोग मरे थे, जबकि कोरोना संक्रमण से अमेरिका और यूरोप में कई हजार लोग ज्यादा मरे हैं.

समतामूलक समाज चाहते थे बाबा साहेब

बाबा साहब ने कभी महात्मा गांधी से कहा था- ‘यद्यपि अस्पृ‍श्यता समाधान के प्रश्न पर आपसे भिन्न मत रखता हूं, परंतु समय आने पर मैं देश के लिए सबसे कम नुकसानदेह मार्ग अपनाऊंगा'.

डरावना सच था आपातकाल

जनता पार्टी की सरकार ने 43वां और 44वां संविधान संशोधन कर ऐसे प्रावधान किये, ताकि भविष्य में कोई संवैधानिक तानाशाही न कर सके. आजाद भारत के इंतिहास में इमरजेंसी एक ऐसा बदनुमा धब्बा है, जिसकी बड़ी कीमत इस देश को चुकानी पड़ी.

आपातकाल में जबरिया नसबंदी

आपातकाल ने बता दिया कि जनसंख्या नियंत्रण, शिक्षा और जागरूकता से ही हो सकता है न कि कठोर नियंत्रण या कानून से.
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