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Vijay Bahadur

प्रभात खबर के वाईस प्रेसिडेंट हैं और बी पॉजिटिव कॉलम के लेखक और पॉजिटिव वीडियो के क्रिएटर और यूट्यूबर हैं . उनके सोचने का नज़रिया सकारात्मक है और उनके जीवन का मूलमंत्र है . Think Positive Act Positive Be Positive…

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इंसानियत की डोर थामे रखें

B Positive : पिछले 14 महीने से पूरी दुनिया और हिंदुस्तान मानव जीवन की सबसे कठिनतम समय और त्रासदी से गुजर रहा है. तमाम प्रयास के बावजूद संक्रमण और महामारी की चेन सरकारों और व्यवस्थापकों के नियंत्रण से बाहर नजर आ रही है. वैसे समय में इंसानी रिश्ता ही वो डोर है, जिससे उम्मीद की किरण नजर आती है. समाज में बहुत बड़ी संख्या है, जो अनैतिक तरीके से आपदा में अवसर ढूंढ रहे हैं, लेकिन वहीं बड़ी तादाद वैसे लोगों की भी है, जिनके अंदर इंसानियत जिंदा है.

सिर्फ सोचें नहीं, धरातल पर उतारें

B positive : मेरे एक मित्र की वर्षों से इच्छा थी कि वो किसी फाउंडेशन से जुड़कर/बनाकर व्यवस्थित तरीके से जरूरतमंदों के लिए काम करें. जब भी मुलाकात होती थी वो इसकी चर्चा जरूर करते कि मैं समाज के लिए कुछ करना चाहता हूं, लेकिन सोचने और विमर्श में ही लगभग 3 वर्ष गुजर गये, लेकिन उनकी ये इच्छा धरातल पर नहीं उतर पा रही थी.

विचारों में दृढ़ता चाहिए, जड़ता नहीं

अगर दूसरी विचारधारा या तर्क में कुछ बढ़िया भी हो, तो मैं उसके साथ खड़ा होना तो दूर उसकी तारीफ भी नहीं कर सकता हूं, क्योंकि लोग ऐसा न समझ लें कि मैंने अपने विचार या सोचने का नजरिया बदल दिया है.

IPL 2022: महेंद्र सिंह धोनी और लीडरशिप के मायने, सीएसके और केकेआर के मैच...

एमएस धोनी ने अचानक गुरुवार को चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़ दी और बागडोर रवींद्र जडेजा के हाथों में सौंप दी. धोनी ने लीडरशिप को लेकर काफी कुछ सिखाया. उन्होंने टीम में अंदर ही नये लीडर तैयार किये और समय आने पर उनके हाथों में बागडोर सौंप दी.

IPL 2022: चेन्नई और मुंबई का लचर प्रदर्शन, जीत के लिए बेहतर समन्वय ,संयोजन...

मन में ये प्रश्न उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि सबसे मजबूत दोनों टीमें बिखरी हुई लग रही हैं जबकि दोनों की लीडरशिप वही है जो पिछले साल थी. सीएसके को रविंद्र जडेजा, महेंद्र सिंह और एमआई को रोहित शर्मा लीड कर रहे हैं. लेकिन सीएसके और एमआई के अब तक बेहतर नहीं करने का कारण समन्वय और संयोजन में कमी है.

Human Psychology: हर किसी के सामने स्वाभाविक रखें अपना व्यवहार, तरीके से रखें अपने...

Human Psychology: बेहतर है एक इंसान के रूप में जहां तक संभव हो अपने को स्वाभाविक रखें और तरीके से अपने विचारों का इजहार करें.

जानिए भारतीय हॉकी टीम में शामिल गोलकीपर पंकज रजक के संघर्ष की कहानी

हॉकी की दुनिया के चमकते सितारे पंकज को कई बार राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट गोलकीपर का अवार्ड भी मिल चुका है. फिलहाल पंकज एनआइओएस से 12 वीं की पढ़ाई के साथ ही राउरकेला में सेल हॉकी एकेडमी में प्रशिक्षण ले रहा है.

Difficulty And Success: कठिन हालात आगे बढ़ने का संकल्प भी देता है

Difficulty And Success: आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर,हाशिए में बैठे लोगों के बच्चों के सफलता की दर, संपन्न पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों से ज्यादा है. जिसने मुफलिसी में अपना जीवन गुजारा है,उनमें संघर्ष करने की नैसर्गिक क्षमता विकसित हो जाती है.

शीर्ष लंबे संघर्ष का उत्कर्ष है

एकनाथ शिंदे आज भले ही महाराष्ट्र के सीएम हो, लेकिन उनके लिए एक ऑटो चालक से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने का सफर काफी कठिन रहा है. उन्होंने कठिन लक्ष्य निर्धारित कर हर पड़ाव को पार किया. बेसिक को मजबूत करते हुए जुनून के साथ बिना आत्ममुग्धता के अनवरत लगे रहना ही उनकी सफलता का सूत्र रहा है.
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