समय-समय पर फेसबुकपरएक्टिव फर्जी खाते (फेक अकाउंट्स) से संबंधीखबरें सुर्खियों में आती रहती हैं. पिछले साल संपन्न हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल के मामले में सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक पहले ही जांच के घेरे में है.
इसी बीचहालही में अब फेसबुक ने स्वीकार किया है कि उसके प्लेटफाॅर्म पर 27 करोड़ खाते फर्जी, नकली,फर्जी हैं.
अंगरेजी समाचार पत्र ‘द टेलीग्राफ’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने इस हफ्ते अपनी तिमाही आय के आंकड़े जारी किये थे. इसके साथ ही यह खुलासा भी किया था कि उसने जितना अनुमान लगाया था, उससे कई गुना ज्यादा फर्जी या नकली खाते हैं.
द वाशिंगटन पोस्ट की अक्तूबर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने सांसदों को यह बताने की योजना बनायी थी कि 12.6 करोड़यूजर्स ने रूसी ऑपरेटरों की तरफ से उत्पादित और वितरित सामग्री देखी होगी. यह कंपनी द्वारा पहले बताये गये आंकड़ों से कई गुना अधिक है.
इसके अलावा पिछले महीने आयी एक और खबर के मुताबिक, सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक राजनीतिक विज्ञापनों को पारदर्शी बनाने का वादा किया है.
इसके जरिये फेसबुक सोशल नेटवर्क के यूजर्स को विज्ञापनदाताओं की पहचान और उनकी स्थिति समेत दूसरी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करने की अनुमति देगा.
फेसबुक विज्ञापनों के उपाध्यक्ष रॉब गोल्डमैन ने एक बयान में कहा था, जो विज्ञापनदाता चुनाव से संबंधित विज्ञापन चलवाना चाहते हैं, अब हमें उनके तमाम दस्तावेजों की जरूरत होगी.
गोल्डमैन ने कहा था, हम अमेरिका के संघीय चुनाव से शुरुआत करेंगे और बाद में दूसरे देशों में चुनाव और अधिकार क्षेत्र में होने वाले चुनाव और अतिरिक्त प्रतिस्पर्धाओं की तरफ अपना रुख करेंगे.