पटना : बुधवार का दिन पटना वीमेंस कॉलेज के लिए ऐतिहासिक दिन साबित हुआ है. पहली बार कॉलेज के बीसीए विभाग के तीसरे वर्ष में पढ़ने वाली पांच छात्राओं की टीम ने न सिर्फ ड्रोन बनाया बल्कि इसकी फील्ड टेस्टिंग भी की. कॉलेज की प्राचार्या डॉ सिस्टर मारिया रश्मि एसी ने बताया कि कॉलेज के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि किसी महिला कॉलेज की छात्राओं की टीम ने ड्रोन बनाने की न सिर्फ ट्रेनिंग ली बल्कि इसे बनाकर कॉलेज में सफल टेस्टिंग भी की.
कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट की एचओडी मनीषा प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग को स्टार कॉलेज स्कीम में शामिल किया गया है. इस स्कीम के तहत भारत सरकार की ओर से कॉलेज को फंड मिलता है. स्कीम के जरिये बीसीए थर्ड इयर के पांच सदस्यीय ग्रुप की छात्राओं को ड्रोन बनाने और कैसे इसे उड़ाना है इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है. ये छात्राएं हैं- सिमरन, ऋतिका, शालिनी, शिवानी और मैत्री. इन छात्राओं को आइआइटी पटना के इनक्यूबेशन सेंटर के टेक प्रो लैब के इंचार्ज विवेकानंद प्रसाद ट्रेनिंग दे रहे हैं. एक हफ्ते की इस ट्रेनिंग में छात्राओं ने ड्रोन से जुड़ी बारीकियों न सिर्फ समझा बल्कि उनका इस्तेमाल भी किया.