नयी दिल्ली: गूगल ने बहुप्रतीक्षित एंड्राएड वन स्मार्टफोन पेश कर दिया है. भारतीय मोबाइल बाजार में प्रतिस्पर्धा बढाने के उद्देश्य से कंपनी ने यह मोबाइल घरेलू मोबाइल हैंडसेट निर्माता माइक्रोमैक्स, कार्बन और स्पाइस के साथ भागीदारी में पेश किया है. इसकी शुरुआती कीमत 6,399 रुपये रखी गई है.
भारत पहला ऐसा देश है जहां इस अमेरिकी कंपनी ने अपना एंड्राएड वन डिवाइस पेश किया है.आने वाले समय में कंपनी इंडोनेशिया, फिलीपीन्स, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका के बाजारों में भी इसे पेश करेगी.
गूगल एसर, अल्काटेल वन टच, जोलो, एचटीसी, लावा, इंटेक्स, आसुस और लेनोवो के साथ भी भागीदारी करके अपना एंड्राएड वन कार्यक्रम का विस्तार कर रही है.
कंपनी ने चिपसेट्स के लिए क्लालकाम की सेवाए ली हैं. माइक्रोमैक्स इस हैंडसेट को कैनवास ए-1 के नाम से अमेजन के माध्यम से बेचेगी, जबकि स्पाइस ड्रीम यूएनओ के नाम इसे इसे फिल्पकार्ट के जरिये बेचेगी, कार्बन ‘स्पार्कले 5’ के नाम से यह फोन स्नैपडील के जरिये बेचेगी.
देश में यह फोन ऑनलाइन चैनल के माध्यम से बिक्री के लिए आज से उपलब्ध होंगे, जबकि पूरे देश के फुटकर स्टोर्स पर यह फोन अक्तूबर की शुरआत से मिलना शुरु होंगे.
ड्राइव डाटा इस्तेमाल के लिए गूगल ने एयरटेल के साथ भागीदारी की है. गूगल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुंदर पिचाई ने पत्रकारों से कहा, ‘भारत बहुत तेजी से बढता एंड्राएड फोन बाजार है. वित्त वर्ष 2013-14 में इसमें तीन गुना से भी अधिक वृद्धि दर्ज की गयी है. इससे इंटरनेट का प्रभाव बदल सकता है. हमारा लक्ष्य यह है कि इसके माध्यम से अरबों लोगों तक इंटरनेट का लाभ पहुंचाया जा सके.’
पिचाई ने हालांकि भविष्य में पेश होने वाले हैंडसेट की कीमतों पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारा विचार उपभोक्ताओं को अनेक विकल्प मुहैया कराना है.