नयी दिल्ली : भारतीय बाजार को लेकर स्नैपचैट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की कुछ अपुष्ट टिप्पणियों का विरोध जताने के क्रम में कई लोगों ने इस सोशल नेटवर्किंग एप्प की जगह गलती से ई-कामर्स एप्प ‘स्नैपडील’ को हटा दिया.
स्नैपचैट के एक पूर्व कर्मचारी के अनुसार कंपनी के शीर्ष कार्यकारी ने उनसे कहा था कि ‘एप्प केवल अमीर लोगों के लिए है’ और भारत और स्पेन जैसे गरीबों देशों में व्यापार के प्रसार में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है. इसके बाद सोशल मीडिया कंपनी के सीईओ इवान स्पाइजेल की आलोचनाओं से भर गया. कंपनी ने हालांकि आरोपों को खारिज किया है.
भारत जैसे ‘गरीब’ देश के लिए नहीं बना Snapchat
इस विवाद के शुरू होते ही ट्विटर पर ‘हैशटैग बॉयकॉटस्नैपचैट’ ट्रेंड करने लगा और लोगों ने एप्प को अपने सिस्टम से हटाना शुरू कर दिया. लोगों ने कई एप्प स्टोर पर बडी संख्या में एप्प को खराब रेटिंग अंक दिया. स्नैपचैट एप्प की समीक्षा करते हुए एक उपयोगकर्ता ने लिखा, ‘‘स्नैपचैट के सीईओ… आप भारतीयों के फोन देखने के लिए भारत क्यों नहीं आ जाते.’
इसके अलावा कई लोग यह उल्लेख करना नहीं भूले कि माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी बडी तकनीकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भारतीय हैं. दिलचस्प यह है कि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के एक धड़े ने स्नैपचैट को गलती से स्नैपडील समझ लिया और ई-कॉमर्स एप्प को ही हटा दिया. इस गलती केा सोशल मीडिया पर साझा किये जाने के बाद यह पूरा मामला प्रकाश में आया.