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BH-Series : भारत नंबर से लेंगे गाड़ी तो होगा बड़ा फायदा, जानिए क्या है प्रोसेस

भारत सीरीज एक खास तरह का रजिस्ट्रेशन होता है. इस सीरीज वाली गाड़ियों के नंबर प्लेट 21, 22, 23 जैसे अंकों के साथ शुरू होते हैं

BH-Series : गाड़ी खरीदते समय कई लोग उसके नंबर पर खास ध्यान देते हैं, तो कई लोग वीआईपी नंबर पाने के लिए हजारों रुपये खर्च कर देते हैं. लेकिन, आजकल भारत सीरीज के नंबर प्लेट की खासी चर्चा हो रही है. जो लोग पहले वीआईपी नंबर प्लेट लेने के लिए भाग-दौड़ करते थे, अब वे लोग भारत सीरीज नंबर प्लेट पाना चाहते हैं. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने पुरानी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन को भी भारत सीरीज के नंबरों में बदलने की अनुमति दे दी है. यह कदम भारत सीरीज के दायरे को बढ़ाने के लिए उठाया गया है. हालांकि, इससे पहले तक केवल नई गाड़ियों के लिए ही भारत सीरीज का नंबर प्लेट जारी किए जाते थे. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत सीरीज रजिस्ट्रेशन नियमों को लागू करने के दौरान इसे सुदृढ़ बनाने के लिए कई प्रकार के सुझाव मिले थे, जिसके बाद विभाग ने इस संबंध में फैसला लिया है. लेकिन, आपको यह भी बता दें कि हर कोई अपनी गाड़ियों के लिए भारत सीरीज वाला नंबर प्लेट नहीं ले सकता है. सरकार ने इसके लिए कुछ खास लोगों को ही अधिकृत किया है, जो इस सीरीज वाला नंबर प्लेट ले सकते हैं. हालांकि, इस सीरीज के नंबर प्लेट लेने के कई फायदे हैं. आइए, जानते हैं कि भारत सीरीज वाला नंबर प्लेट कौन-कौन ले सकते हैं. इसका फायदा और आवेदन की प्रक्रिया क्या है?

क्या होता भारत सीरीज वाला नंबर प्लेट

अपनी गाड़ियों के लिए भारत सीरीज वाला नंबर प्लेट पाने के लिए आवेदन करने से पहले उसके बारे में जानकारी हासिल कर लेना बेहद जरूरी है. बता दें कि भारत सीरीज एक खास तरह का रजिस्ट्रेशन होता है. यह वन नेशन, वन राशन कार्ड की तरह वन नेशन, वन नंबर प्लेट होता है. इस सीरीज वाली गाड़ियों के नंबर प्लेट 21, 22, 23 जैसे अंकों के साथ शुरू होते हैं, जो यह दिखाते है कि गाड़ी का कब और किस साल में कब रजिस्ट्रेशन हुआ है. इसके बाद राज्यों के कोड के बजाय इसमे BH लिखा होता है, जो पूरे भारत में मान्य है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से पूरे देश में 28 अगस्त 2021 को भारत सीरीज को लागू किए जाने का फैसला किया गया था.

कौन ले सकता है भारत नंबर

अब सवाल यह पैदा होता है कि आखिर भारत सीरीज वाला नंबर प्लेट कौन आदमी ले सकता है? क्या देश का आम नागरिक भी इस सीरीज का नंबर प्लेट जारी करवा सकता है? इसका जवाब नहीं में है. इस सीरीज के नंबर प्लेट को सेना और सरकारी नौकरियों में कार्यरत कर्मचारी ही ले सकते हैं. इसमें शर्त यही है कि इस सीरीज का नंबर प्लेट उन्हीं कर्मचारियों अथवा अधिकारियों को जारी किया जा सकता है, जिनका कार्यालय तीन-चार राज्यों में हो या उनका हमेशा तबादला होता ही रहता है. हालांकि, पहले सरकार ने इसे सेना के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए जारी किया था, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है. यह नंबर प्लेट पूरे देश के लिए जारी होती है और खास तौर पर उन लोगों को लिए जिन्हें नौकरी या काम अलग-अलग राज्यों में होता है. यानि उनकी नौकरी ट्रांसफरेबल है.

कौन-कौन हैं अधिकृत

जैसा कि आपको पहले ही बताया जा चुका है कि भारत सीरीज का नंबर प्लेट हर किसी को जारी नहीं किया जाता है. यह केवल सरकारी कर्मचारियों या फिर यूं कहें कि नौकरियों में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों को ही जारी किया जाता है. जिस श्रेणी के लोग भारत सीरीज के नंबर प्लेट लेने के लिए अधिकृत हैं, उनकी श्रेणी नीचे दी गई है.

  • केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारी और अधिकारी

  • सरकारी और प्राइवेट बैंकों में कार्यरत कर्मचारी और अधिकारी

  • सेना के अधिकारी और कर्मचारी

  • रक्षा क्षेत्र में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी

  • प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और कर्मचारी

  • प्राइवेट कंपनियों के वैसे अधिकारी और कर्मचारी, जो चार से अधिक राज्यों अथवा केंद्र शासित प्रदेशों के कार्यालयों में काम करते हैं.

भारत सीरीज का नंबर प्लेट जारी करने का उद्देश्य

भारत सीरीज का नंबर प्लेट जारी करने के पीछे सरकार का उद्देश्य ऐसे कर्मचारियों अथवा अधिकारियों के समय की बचत करना है, जिनका साल-दो साल पर हमेशा तबादला होता ही रहता है. सरकार के नियमों के अनुसार भारत सीरीज का नंबर प्लेट होने के बाद उन्हें दूसरे किसी भी राज्य में तबादला होने पर उन्हें उस राज्य में नए नंबर प्लेट के लिए आवेदन नहीं करना पड़ेगा. इस प्रकार का नंबर प्ले नॉन ट्रांसपोर्ट गाड़ियों के लिए जारी की जाती है.

भारत सीरीज नंबर प्लेट के लिए कैसे करें आवेदन

  • ऑनलाइन आवेदन के लिए डीलर कार मालिक को वाहन पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा.

  • सभी आवश्यक दस्तावेज को भरना होगा और फिर आवश्यक शुल्क या मोटर वाहन कर का भुगतान करेगा.

  • जहां गाड़ी का रजिस्ट्रेशन हुआ है, उस राज्य के रजिस्ट्रेशन ऑफिस से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) लेना होगा.

  • प्रो-राटा आधार पर रोड टैक्स का भुगतान करना पड़ सकता है.

  • फॉर्म पूरा करने के बाद आरटीओ द्वारा मंजरी दी जाएगी.

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भारत नंबर गाड़ी के फायदे

भारत सीरीज नंबर प्लेट वाली गाड़ी की खास बात यह है कि है कि ऐसी गाड़ियों को पुलिस जांच चौकियों पर नहीं रोकती है. साथ ही, स्थानीय अथवा राज्य सरकार के नियमों के अनुसार, करों का भुगतान न करने की भी छूट मिलती है. भारत सीरीज की नंबर प्लेट लगी गाड़ी को वाहन मालिक एक जगह से दूसरे जगह पर ट्रांसफर होने पर बिना किसी कागजी प्रक्रिया के पूरे भारत कहीं भी ले जा सकते हैं. फिलहाल ऐसे नंबर प्लेट सिर्फ उन्ही वाहनों को दिए जा रहे हैं जिनके मालिक किसी ऐसे सरकारी नौकरी में यह भारतीय सेना में हैं, जिनका नियमित समय पर तबादला होता रहता है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस सीरीज के नंबर प्लेट लेने पर ऑटो डीलरों की ओर से गाड़ी की कीमत पर डिस्काउंट भी दिया जाता है.

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