Ola Electric: भारत की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी, सॉलिड-स्टेट बैटरी तकनीक पर काम कर रही है. सॉलिड-स्टेट बैटरी वर्तमान लिथियम-आयन बैटरियों की तुलना में कई लाभ प्रदान करती हैं, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य को बदल सकती हैं. इसके बारे में कंपनी के सीईओ भावेश अग्रवाल ने जानकारी दिया है,उन्होंने बताया कि कंपनी सॉलिड-स्टेट बैटरी तकनीक के प्रयोग के शुरुआती चरण में है और उम्मीद है कि जल्द ही इसका इस्तेमाल वाहनों में किया जाएगा। आइए जानते हैं कि इसका लोगों को क्या फायदा मिलेगा.
सॉलिड-स्टेट बैटरी का क्या है?
सॉलिड-स्टेट बैटरी में एक ठोस इलेक्ट्रोलाइट होता है जो तरल इलेक्ट्रोलाइट की तुलना में अधिक सुरक्षित और स्थिर होता है.इससे बैटरी अधिक सुरक्षित, लंबी आयु और उच्च ऊर्जा घनत्व प्रदान करती है.
Ola की सॉलिड-स्टेट बैटरी से क्या होगा फायदा?
- अधिक सुरक्षा: सॉलिड-स्टेट बैटरी में तरल इलेक्ट्रोलाइट नहीं होता, जिससे आग या विस्फोट का खतरा कम हो जाता है.
- लंबी आयु: सॉलिड-स्टेट बैटरी की आयु वर्तमान लिथियम-आयन बैटरियों की तुलना में लगभग दोगुनी हो सकती है.
- उच्च ऊर्जा घनत्व: सॉलिड-स्टेट बैटरी में उच्च ऊर्जा घनत्व होता है, जिससे वाहन की रेंज बढ़ जाएगी.
- तेज चार्जिंग: सॉलिड-स्टेट बैटरी को तेजी से चार्ज किया जा सकता है, जिससे वाहन का उपयोग और सुविधाजनक हो जाएगा.
- कम लागत: भविष्य में सॉलिड-स्टेट बैटरी की लागत वर्तमान लिथियम-आयन बैटरियों की तुलना में कम हो सकती है.
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ओला नहीं करती है सेल का उत्पादन
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनी ओला खुद सेल का उत्पादन नहीं करती है. कंपनी इसे क्षिण कोरिया में एलजी एनर्जी सॉल्यूशन और चीन में कंटेम्पररी एम्परेक्स टेक्नोलॉजी मंगवाती है. जब भारत में इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा तो इलेक्ट्रिक व्हीकल की कीमते प्रभावित होंगी और यह पहले से कहीं ज्यादा किफायती हो जाएंगी.