Google CEO Sundar Pichai News: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को शुरू से ही टेक्नोलॉजी से प्यार रहा है. इस वजह से वह अभी दुनिया के सबसे बड़े टेक जायंट में से एक गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक के सीईओ हैं. उन्होंने ओपन इंटरनेट और इंटरनेट रेगुलेशन पर अपनी बात रखी है.
सुंदर पिचाई ने कहा है कि विचारों के खुले आदान-प्रदान एवं अवसर पैदा करने में मददगार मुक्त इंटरनेट और नियमों के बीच संतुलन होना महत्वपूर्ण है. पिचाई ने एचटी लीडरशिप समिट 2021 को संबोधित करते हुए कहा कि बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां क्लाउड, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और एंड्रॉयड जैसे प्रयासों से भारतीय बाजार की वृद्धि में मददगार भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है.
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उन्होंने कहा, प्रौद्योगिकी का दायरा काफी बढ़ गया है और अब वह लोगों की जिंदगी को ज्यादा गहराई से प्रभावित कर रहा है. ऐसे में स्वाभाविक ही है कि इस राह पर चलने के कुछ नियम भी जरूरी हैं और मुझे यह इस प्रक्रिया का एक स्वाभाविक हिस्सा लगता है.
पिचाई ने कहा, मैं इससे इत्तेफाक रखता हूं कि देश अपने नागरिकों को लेकर फिक्रमंद हैं और उनके लिए कारगार साबित होने वाले नियम भी बनाना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने यह याद रखना जरूरी बताया कि स्वतंत्र एवं मुक्त इंटरनेट ने दुनिया को एक-दूसरे से जोड़ने में मदद की और नये अवसर भी पैदा हुए.
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पिचाई ने कहा, हमें उस संतुलन की जरूरत है जहां ऐसे नियम हों जो विचारों के मुक्त आदान-प्रदान का समर्थन करते हों. आज इंटरनेट जिस तरह काम करता है वह आदर्श स्थिति है लेकिन लोकतांत्रिक देशों का अपने लिए मुनासिब तरीका खोजना लाजिमी है.
उन्होंने भारत के बाजार को मौजूदा समय में रोमांचक बताते हुए कहा कि गूगल भी इसमें कुछ मदद देना चाहती है. पिछले साल गूगल ने भारत डिजिटलीकरण फंड में 10 अरब डॉलर का सहयोग देने की प्रतिबद्धता जतायी थी.
उन्होंने गूगलपे का उदाहरण देते हुए कहा, मैं पहले भारत के लिए और भारत में ही कुछ बनाने को लेकर रोमांचित हूं जिसका इस्तेमाल दुनिया की समस्याएं सुलझाने में भी हो सके.(इनपुट-भाषा)
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