Google Delete Users Location History: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में गर्भपात को कानूनी तौर पर मंजूरी देनेवाले 5 दशक पुराना फैसला पलट दिया है. 50 साल पहले दिये गए फैसले में गर्भपात कराने को कानूनी अधिकार दिया गया था. अमेरिकी कोर्ट के इस फैसले पर दुनियाभर में लोगों की अलग-अलग राय देखने को मिल रही है.
इस बीच, सर्च इंजन गूगल ने ऐलान किया है कि गूगल सर्च कर गर्भपात क्लीनिक, घरेलू हिंसा आश्रयों और ऐसी दूसरी जगहों पर जो यूजर्स जा रहे हैं और वे अपनी सर्च हिस्ट्री गोपनीय रखना चाहते हैं, तो ऐसी स्थिति में गूगल उनकी निजता काे पूरा सम्मान देगा. गूगल के अनुसार, वह यूजर्स की प्राइवेसी का ख्याल रखते हुए स्थान और हिस्ट्री डिलीट कर देगा.
गूगल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट जेन फिजपैट्रिक ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, अगर गूगल सिस्टम को मालूम होगा कि किसी शख्स ने गर्भपात क्लीनिक का दौरा किया है और गूगल उन एंट्रीज को उनके जाने के तुरंत बाद लोकेशन और हिस्ट्री से डिलीट कर देगा. उन्होंने आगे कहा कि गूगल प्रजनन केंद्र, व्यसन उपचार सुविधाएं और वजन कम करने वाले क्लिनिक से संबंधित यूजर्स का डेटा स्टोर नहीं करेगा. फिट्जपैट्रिक ने यूजर्स को आश्वस्त किया है कि कंपनी डेटा प्राइवेसी को लेकर काफी गंभीर है.
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अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक बड़ी सुनवाई करते हुए गर्भपात को कानूनी तौर पर मंजूरी देनेवाला लगभग पचास साल पुराना फैसला पलट दिया है. अब महिलाओं को गर्भपात का कानूनी हक होगा या नहीं, इसे लेकर राज्य अपने अलग नियम बना सकते हैं. 50 साल पहले दिये गए फैसले में महिलाओं को गर्भपात का कानूनी अधिकार दिया गया था. नये फैसले के बाद यह माना जा रहा है कि आधे से अधिक अमेरिकी राज्य गर्भपात कानून को लेकर नये प्रतिबंध लागू कर सकते हैं. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर दुनियाभर में चर्चाओं का बाजार गर्म है. महिलाओं का एक बड़ा तबका इस फैसले की आलोचना कर रहा है. इन सबके बीच गूगल ने बड़ा स्टैंड लिया है.