Fame Subsidy Scam: भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों द्वारा सरकारी सब्सिडी के दुरुपयोग की जांच के लिए CBI या ED जैसी जांच एजेंसियों की मदद ले सकती है. एक Economics Times की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि Hero Electric, Okinawa और Bengling जैसी कंपनियों ने सबसे अधिक गलत सब्सिडी का दावा किया है. बताया गया है कि सबसे ज्यादा बकाया राशि फेम स्कीम के तहत ही है. हालांकि, अभी तक इन अनियमितताओं की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है.
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FAME सब्सिडी में धोखाधड़ी का मामला
खबरों के अनुसार, Electric Vehicle निर्माता कंपनियों द्वारा प्राप्त सरकारी सब्सिडी में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. जिसके बाद भारत सरकार कई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) निर्माताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की संभावना का मूल्यांकन कर रही है.
एक इकनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, निर्माताओं पर फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक वाहिकल्स (फेम) योजना के तहत धोखाधड़ी से सब्सिडी का दावा करने का आरोप है.
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ED या CBI कर सकती है मामले की जांच
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने और निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई फेम योजना पात्र निर्माताओं को सब्सिडी प्रदान करती है. हालांकि, इस कार्यक्रम के तहत कुछ कंपनियों द्वारा संभावित दुरुपयोग या धोखाधड़ी के दावों को लेकर चिंता जताई गई है. अगर इन कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाती है, तो यह ईवी उद्योग को भी प्रभावित कर सकती है. यह सरकारी सब्सिडी के किसी भी तरह के दुरुपयोग के खिलाफ चेतावनी के रूप में काम कर सकता है.
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