Loan Against Car: जब बहुत कम समय में पैसों का बंदोबस्त करना हो या फिर किसी तरह की इमरजेंसी आने पर एसेट काम आते हैं। कई बार लोग पैसे की जरूरत पड़ने पर अपनी कार बेच देते है.जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको बता बताएंगे कि अपनी कार को बेचने के बजाय उसपर लोग भी ले सकते है इतना ही नहीं इस तरह का लोन काफी तेज मिलता जाता है यानी इसके अप्रूवल में बिल्कुल देरी नहीं लगती है आइए जानते है कि अपनी कार लोन लेने का प्रोसेस क्या है.
कैसे कर सकते है लोन के लिए अप्लाई
कार पर लोन लेने के लिए बैंक या फाइनेंस कंपनी की वेबसाइट पर जाइए या फिर आप इनके ऑफिस भी जा सकते है बैंक की वेबसाइट पर आपको लोन एप्लिकेशन फॉर्म मिल जाएगा जिसमें कार कंपनी, मॉडल, मैन्यूकैक्चरिंग का साल, लोन लेने का कारण जैसी जानकारियों को भरना होगा फिर इस फॉर्म को भरने के बाद सबमिट करना होगा.इसके बाद बैंक का कोई प्रतिनिधि लोन से संबंधित दूसरी जानकारियों को पूरा करने के लिए आपसे संपर्क करेगा.
कौन से है जरूरी डॉक्यूमेंट
कार पर लोन लेने के लिए आपको एप्लीकेशन फॉर्म के साथ बैंक डिटेल और पिछले 2-3 साल के इनकम टैक्स रिटर्न की कॉपी और बैंक स्टेटमेंट की जरूरत पड़ती है.और इसके साथ ही आपको पहचान पत्र और निवास का प्रमाण पत्र जैसे KYC डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है.
कार पर लोन लेने की प्रक्रिया
कार पर लोन के लिए आपके डॉक्यूमेंट जमा होन के बाद बैंक या फाइनेंस कंपनी वेरिफिकेशन और वैल्यूएशन का प्रोसस शुरू करते है.जिसके जरिए वह कार की मौजूदा कीमत को निकालते है.जिसके आधार पर भी लोन की कीमत तय की जाती है.
कौन से लगते है चार्ज
जब आपको आपकी कार पर लोन मिलेगा तो उसके लिए बैंक या फाइनेंस कंपनी इसके लिए आपसे प्रोसेसिंग फीस, डॉक्यूमेंट चार्ज ले सकती है.
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कितना मिल सकता है लोन
कार पर लोन का अमाउंट उसकी वैल्यू का 50 फीसदी से 150 फीसदी हो सकता है.इसके साथ ही कार पर मिलने वाला लोन का टेन्योर आमतौर पर 12 महीने से 84 महीने का हो सकता है.वहीं, कुछ मामलों में यह टेन्योर बढ़ सकता है.पर्सनल लोन की तरह इस लोन को किसी भी चीज के लिए खर्च किया जा सकता है.
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किन बातों का ध्यान रखे
- जब भी आप अपनी कार पर लोन लेने जाए तो इस बात का ध्यान जरूर रखे कि आपकी गाड़ी कमर्शियल यानी येलो नंबर प्लेट वाली वाहन तो नहीं है, क्योंकि इसपर लोन प्रोसेस होने में समस्या आ सकती है।
- कार पर लोन के लिए किसी तरह के गारंटर की जरूरत नहीं होती है। कार अपने आप में ही सिक्योरिटी होती है।