मेटा (Meta) ने भी ट्विटर (Twitter) की तरह एक नया टूल पेश किया है, जो खासतौर पर महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इस नये टूल के जरिये महिलाओं को ऑनलाइन ट्रोलिंग से निपटने के लिए दमदार हथियार मिल जाएगा, जिससे महिला बिना अपनी पहचान उजागर किये ट्रोलर्स की शिकायत कर पाएगी. वहीं, बिना इजाजत सेक्शुअल कंटेंट को शेयरिंग के खिलाफ फ्लैग रेज कर सकेगी. इस तरह ऑटोमैटिक तरीके से फोटो को हटा दिया जाएगा.
मेटा (पूर्व में फेसबुक) ने अपने मंच पर फीमेल यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए कई कदमों की घोषणा की है. कंपनी ने इस कड़ी में ‘स्टॉप एनसीआईआई डॉट ओआरजी’ (StopNCII.org) नाम से एक मंच की शुरुआत भी की है, जिसका उद्देश्य गैर-सहमति वाली गोपनीय तस्वीरों के प्रसार को रोकना भी शामिल है.
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मेटा ने बताया कि उसने महिला सुरक्षा केंद्र भी पेश किया, जो हिंदी और 11 अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा. इसका मकसद भारत में अधिक महिला उपयोगकर्ताओं को संसाधनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में सक्षम बनाना है, जिससे वे ऑनलाइन सुरक्षित रहते हुए सोशल मीडिया मंच का अधिकतम लाभ उठा सके.
मेटा प्लैटफॉर्म्स इंक की निदेशक (वैश्विक सुरक्षा नीति) करुणा नैन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कंपनी की यह प्रमुख पहल सुनिश्चित करेगी कि लाखों महिला उपयोगकर्ताओं को आसानी से जानकारी तक पहुंचने में भाषा की बाधा का सामना न करना पड़े.(इनपुट:भाषा)