नई दिल्ली : वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) कर्नाटक में करीब 3,300 करोड़ रुपये की लागत से गाड़ियों के उत्पादन के लिए नया संयंत्र लगाने जा रही है. यह उसका भारत में तीसरा संयंत्र होगा, जो पूरी तरह से ग्रीनफिल्ड होगा. इसके लिए कंपनी ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी किया है. कंपनी का यह नया संयंत्र 2026 से चालू हो जाएगा. कंपनी का कहना है कि इस संयंत्र के चालू हो जाने के बाद टोयोटा किर्लोस्कर मोटर साल में करीब एक लाख इकाइयों के उत्पादन के आंकड़े को पार कर जाएगी.
कर्नाटक के बिदादी में लगेगा नया संयंत्र
कार निर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कहा कि वह कर्नाटक के बिदादी में अपना नया संयंत्र लगाने जा रही है. यह भारत में कंपनी के 25 साल पूरा होने के मौके पर शुरू की जाएगी. नए संयंत्र में कंपनी के आगामी मॉडलों के अलावा इनोवा हाईक्रॉस और हाईराइडर जैसी कारों का निर्माण किया जाएगा.
दो हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
टोयोटा ने कहा है कि वह कर्नाटक में नए उत्पादन संयंत्र के निर्माण के लिए लगभग 3,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जो भारत में इसकी तीसरा उत्पादन संयंत्र होगा. इसके साथ ही, इस संयंत्र से लगभग 2,000 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने का दावा किया गया है. जापानी कार निर्माता ने दावा किया है कि नई विनिर्माण सुविधा स्थापित करने का निर्णय भारत में स्थानीय उत्पादन बढ़ाने की ऑटो कंपनी की रणनीति के हिस्से के रूप में लिया गया है.
टोयोटा किलोस्कर का भारत में फिलहाल दो संयंत्र
फिलहाल, भारत में टोयोटा किर्लोस्कर का पहले से दो संयंत्रों में कार बनाई जा रही हैं, जिनकी सालाना उत्पादन क्षमता करीब 3.42 लाख इकाइयों का है. कार निर्माता कंपनी ने नए संयंत्र में दो शिफ्ट काम कराने की योजना बनाई है, जिसे जरूरत पड़ने पर तीसरी शिफ्ट के साथ बढ़ाया जा सकता है. फिलहाल, कार निर्माता कंपनी की दो उत्पादन सुविधाएं लंबित ऑर्डर को पूरा करने के लिए तीन शिफ्ट में काम कर रही हैं.
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टोयोटा किर्लोस्कर के लिए भारत महत्वपूर्ण बाजार
नए उत्पादन संयंत्र के बारे में कार निर्माता कंपनी के एशिया क्षेत्र के मुख्य परिचालन अधिकारी मासाहिको माएदा ने कहा कि भारतीय बाजार हमेशा कंपनी के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि टोयोटा को उम्मीद है कि यह नया उत्पादन संयंत्र भारतीय बाजार और वैश्विक स्तर पर बढ़ने की कंपनी की महत्वाकांक्षा को बढ़ाएगी. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि नया संयंत्र हरित पावरट्रेन से लैस कारें बनाने की ब्रांड की रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.