Google Pay PhonePe Fraud: क्या आप डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) करने के लिए गूगल पे (Google Pay) या फोनपे (Phonepe) का इस्तेमाल करते हैं? अगर हां, तो इसे लेकर एक अपडेट है जिसके बारे में आपको जानना जरूरी है. जालसाजों ने अब यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ऐप के जरिये लोगों को ठगने का नया तरीका निकाल लिया है. हाल ही में साइबर अपराधियों द्वारा मुंबई में 81 लोगों से एक करोड़ रुपये लूटे जाने की खबर सामने आयी थी.
गलती से भेजा पैसा
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे कुछ मामले सामने आये हैं जिनमें जालसाज जानबूझकर गूगल पे या फोनपे का उपयोग करके किसी अनजान खाते में पैसे भेजता है. इसके बाद वह उस खाताधारक से यह कहकर पैसे लौटाने के लिए कहता है कि यह गलती से भेजा गया है. अब अगर वह राशि कॉल करनेवाले के नंबर पर चुका दी जाती है, तो इधर से पैसे भेजनेवाला मैलवेयर के हमले का शिकार हो जाएगा.
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इसलिए है खतरनाक
गूगल पे या फोनपे जैसे यूपीआई ऐप के जरिये जब उपयोगकर्ता ऐसे मामलों में पैसे लौटाता है, तो बैंक डीटेल सहित उसका पूरा डेटा और पैन, आधार आदि सहित अन्य केवाईसी विवरण उन ठगों के लिए उपलब्ध हो जाते हैं और ऐसे डीटेल्स बैंक अकाउंट को हैक करने के लिए काफी होते हैं. साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स की मानें, तो यह पूरा खेल मैलवेयर फिशिंग और ह्यूमन इंजीनियरिंग का मिश्रण है.
ऐसी स्थिति में क्या करें?
एंटी-मैलवेयर सॉफ्टवेयर भी गूगल पे और फोनपे यूजर्स को इस तरह के ऑनलाइन धोखाधड़ी से नहीं बचा सकते. ऐसे में सबसे अच्छा समाधान यह है कि आप इस तरह के कॉल का जवाब दें कि आपने बैंक से मामले को देखने के लिए कहा है. साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स यूपीआई यूजर्स को सलाह देते हैं कि वे ऐप के माध्यम से पैसे लौटाने के बजाय ऐसे कॉल वालों को नजदीकी पुलिस स्टेशन बुलाकर वहां पैसे जमा करें.
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