दिवाली का त्योहार संपन्न होने के बाद रहेलखंड में डेंगू बुखार ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है.डेंगू से बरेली में आशा कार्यकत्री, पीलीभीत में तीन बच्चे और बदायूं में शायर की मौत हो गई. हजारों मरीज डेंगू बुखार की चपेट में हैं.उनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
डेंगू मरीजों के साथ ही मौतों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है. बरेली में डेंगू पीड़ित आशा कार्यकत्री की इलाज के दौरान मौत हो गई. वह विकास खंड क्यारा के चौबारी में तैनात थी. नवाबगंज के भंडसर निवासी नन्हे लाल (35 वर्ष) की मौत हो गई.
बरेली में 96 सैम्पल की जांच कराई गई.जांच में 11 और डेंगू के मरीज मिले. जिसके चलते डेंगू मरीजों की संख्या 500 के करीब पहुंच गई. पीलीभीत के गांव बरातबोझ में तीन बच्चों की मौत हो गई.बच्चों को बुखार आया था. जांच की गई.
मगर, रिपोर्ट आने से पहले ही वीरपाल के पुत्र नरेश कुमार (साढ़े तीन वर्ष), कमलेश के पुत्र गोविद और वीरपाल की पुत्री लक्ष्मी (5 वर्ष) की मौत हो गई.पीलीभीत में एक दिन में डेंगू के 44 नए मरीज मिले हैं.बदायूं में डेंगू से शायर मौलाना ग्यास अली नाजमी की मौत हो गई
डेंगू से बढ़ती मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग भी टेंशन में आ गई है.टीमों को शहर से लेकर गांव तक मरीजों के सैम्पल की जांच कराने के निर्देश दिए हैं.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद