बरेली: लोकसभा चुनाव 2024 में करीब 6 माह का समय ही बचा है. जीत का परचम फहराने को सभी सियासी दल जुटे हैं. कांग्रेस के राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक की करीब 4 हजार किमी.लंबी भारत जोड़ो यात्रा कर चुके हैं. दूसरी यात्रा यूपी में करने की तैयारी में हैं. इसके साथ ही I.N.D.I.A गठबंधन भी माहौल बनाने में जुटा है. कांग्रेस ने भाजपा की नीतियों के साथ- साथ ही नारों की भी काट तलाश ली है. यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ.केबी त्रिपाठी ने “प्रभात खबर” से विशेष बातचीत में कहा कि हम कांग्रेसी मंदिर, मस्जिद (मजार), गुरुद्वारा और गिरिजाघर में भी माथा टेकते हैं. कांग्रेसी खुद के धर्म से अधिक दूसरे धर्म का सम्मान करते हैं.
भाजपाई जय श्री राम का नारा देकर सौहार्द खराब करने की कोशिश करते हैं, भगवान राम सबके थे, सबको साथ लेकर चलते थे.कांग्रेस भी नारा देगी, लेकिन जय सियाराम का होगा. प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि भगवान राम एक व्यक्ति नहीं हैं. वह जीने का एक तरीका हैं. दूसरा नारा ‘जय सिया राम’ है. जय सिया राम का मतलब सीता और राम एक ही हैं. इसलिए नारा है जय सियाराम. राम सीता के लिए लड़े थे, इसलिए हम जय सियाराम कहते हैं, तो हम सीता जी को याद करते हैं. उन्होंने कहा कि समाज में सीता की जगह होनी चाहिए. सब उनका आदर करते हैं. अब “जय सियाराम जय-जय सीता राम ” हर कांग्रेसी का नारा होगा.
यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि नए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने जिम्मेदारी संभाल ली है.इसके बाद कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश शुरू हो गई है.हर जिले में ज्वाइनिंग कराई जाएगी. इसमें युवाओं पर खास फोकस की बात कही. यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.केबी त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बन गए हैं.उन्होंने कार्यभार संभाल लिया है.अब जल्दी ही नई कमेटी का ऐलान किया जाएगा.नई कमेटी में हर समाज के कार्यकर्ताओं का ख्याल रखा जाएगा.
यूपी कांग्रेस कमेटी के नए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने लखनऊ पार्टी कार्यालय पहुंचकर जिम्मेदारी संभाल ली है.उनका जोरदार स्वागत किया गया था.उन्होंने लखनऊ पहुंचने के बाद हर हर महादेव का नारा दिया था.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने आरएसएस, और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये दोनों भगवान राम का नाम तो लेते हैं, लेकिन कभी राम के जीवन के तरीके को नहीं अपनाया. भगवान राम ने कभी किसी के साथ अन्याय नहीं किया, उन्होंने समाज को एकजुट करने का काम किया.उन्होंने किसानों, व्यापारियों और मजदूरों की मदद की.राहुल गांधी ने आगे कहा था कि बीजेपी वाले जय सियाराम, और जय सीताराम नहीं कह सकते, क्योंकि उनके संगठन में महिला नहीं है, तो वह जय सियाराम का संगठन ही नहीं है. क्योंकि, उनके संगठन में महिला तो रह ही नहीं सकती. सीता तो रह नहीं सकती. सीता को तो बाहर कर दिया, यह बहुत गहरी बात है.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में राहुल गांधी ने जय श्री राम की फिलॉसफी (Philosophy) समझाई थी.उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने कहा था कि पहला नारा है ‘ हे राम’. भगवान राम वे तपस्वी थे. जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी तपस्या में लगा दी.राहुल बोले कि यात्रा में एक पंडित जी ने उनसे कहा कि गांधीजी हे राम कहते थे.दूसरा नारा ‘जय सिया राम’ है.जय सिया राम का मतलब सीता और राम एक ही हैं.इसलिए नारा है जय सियाराम.राहुल बोले तीसरा नारा है ‘जय श्री राम’, उसमें हम भगवान राम की जय करते हैं. बीजेपी के लोग जय श्री राम कहते हैं,लेकिन कभी जय सियाराम नहीं कहते, और हे राम क्यों नहीं कहते ?.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद