Pilibhit News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पीलीभीत लोकसभा सीट से सांसद वरुण गांधी लगातार केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार लगातार तंज कस रहे हैं. सांसद ने अपने लोकसभा क्षेत्र में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में एक बार फिर सत्ता पक्ष पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि देश आजाद हो गया है. मगर, यहां के लोग अभी भी गुलाम हैं. लोगों को जाति धर्म के नाम पर लड़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा हिन्दुस्तान बनना चाहिए, जहां हर कोई अपने सपने साकार कर सके. वरुण गांधी ने कहा कि क्या जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे से समस्याएं हल हो जाएंगी. मैं भारत माता को अपनी मां मानता हूं, मैं हनुमान जी का भक्त हूं और भगवान राम को अपना इष्ट मानता हूं. लेकिन, मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आज जिन बुनियादी समस्याओं से हर व्यक्ति ग्रसित है, क्या उनका हल केवल नारे से होगा या उनका हल नीतिगत सुधार से होगा. लोकसभा क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर आए सांसद ने दूसरे दिन मरौरी ब्लॉक के ग्राम कल्यानपुर, टाह, अमरिया ब्लॉक क्षेत्र के रोहतनिया, रफियापुर, भिंडारा, हरदासपुर, भूड़ा कैमोर, देवरनिया तुर्कपुर बड़वार आदि गांवों में जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने शहर के असम चौराहा स्थित शंकर सॉल्वेंट में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनकी जनसमस्याएं सुनी.
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत लोकसभा सीट से सांसद वरुण गांधी ने कहा कि देश में ऐसा हिन्दुस्तान बनना चाहिए, जिसमें किसी को यह न लगे कि वह अपने सपने साकार नहीं कर पाएगा. मगर, अफसोस की बात यह है कि आज हमारे देश में करोड़ों लोग हैं. जिनके अंदर हुनर, प्रतिभा, मेहनत और हिम्मत है. लेकिन, उनकी कहीं कोई पहुंच नहीं है. उनकी कोई सुनवाई नहीं होती. कई साल पहले जब वह पहली बार पीलीभीत से चुनाव लड़ने आए थे, तो एक बुजुर्ग ने कहा था कि आप ऐसे पहले नेता हैं, जो राजनीति में ईमानदारी की बात करते हैं. बुजुुर्ग ने कहा था कि जब वह छोटे थे, तब महात्मा गांधी को देखा था कि वह बिना कपड़े के फकीर के भेष में देश की सेवा में लगे रहते थे. उस दौरान मां ने अपना मंगलसूत्र बापू के चरणों में देश के लिए रख दिया था. उन्होंने सच्चाई के दम पर देश को आजादी दिलाई है, आजादी तो मिल गई. लेकिन, लोग अभी भी गुलाम हैं.
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वरुण गांधी ने कहा कि देश में न तो नैतिकता है, और न ही सच्चाई बची है. बुजुर्ग ने कहा था कि हड्डियां तोड़कर आजादी दिलाई. इसको हल्के में मत लेना. देश में आजादी तो मिल गई. लेकिन, अफसोस आज भी परिवार का कोई भी सदस्य पुलिस या अधिकारी के पास अपने हक बात करने जाता है, तो उसको दबना पड़ता है. इज्जत का रास्ता बहुत कठिन है. सांसद ने कहा कि गरीबों को लोन लेना बहुत कठिन है. उनको बिना रिश्वत के लोन नहीं मिलता. मगर, देश के कुछ लोगों को बैंक बिना कागजों के भी लोन दे देते हैं. उनके लोन माफ कर दिए जाते हैं. सांसद के मझोला पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली