बरेली : यूपी के शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के मीटर ने रिकार्ड तोड़ दिया है. यहां की दमघोटू हवा में लोगों का सांस लेना मुश्किल है. बरेली का AQI दिल्ली से भी आगे निकल गया है. शनिवार सुबह यहां का AQI 357 था, जो बेहद गंभीर स्थिति में है.मगर, दिल्ली का AQI 300 है.दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में बरेली 27 वें स्थान पर है.बरेली शहर का AQI 354 था.यह काफी चिंताजनक है. मगर, जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है.बरेली की धुंध भरी हवा में सांस लेने से लोगों को बीमारियां होने लगी हैं. शहर में सांस के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.शहर के सुभाषनगर, मढ़ीनाथ, करगैना और बदायूं रोड की हालत सबसे अधिक खराब है. यहां का AQI 357 है, जो काफी चिंताजनक है.
शहर के सिविल लाइंस का 89, और राजेंद्रनगर का 95 है.बरेली का AQI सुबह 10 बजे 363 तक आ गया था.पीलीभीत का AQI 353 है.यह दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में 28 वें स्थान पर है.दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में गाजियाबाद 12 वें स्थान पर है. यहां का AQI 425 है.14 वें स्थान पर वाराणसी का AQI 415,15 वें स्थान पर मिर्जापुर का 414,17 वें स्थान पर बुलंद शहर का 396, 19 वें स्थान पर जौनपुर का 379, 20 वें स्थान पर मुरादाबाद का 360, 21 वें स्थान पर संभल का 360, 24 वें स्थान पर रामपुर का 355, 25 वें स्थान पर शाहजहांपुर का 354, 26 वें स्थान पर बदायूं का 354, 28 वें स्थान पर पीलीभीत का 353, 29 वें स्थान पर अलीगढ़ का 338, 30 वें स्थान पर हापुड़ का 332, 31 वें स्थान पर मेरठ का 330, 39 वें स्थान पर मुजफ्फरनगर का 308, 41 वें स्थान पर कैराना का 307 है.
नोएडा का AQI काफी नीचे आया है. शुक्रवार को 350 के पार था.मगर, शनिवार को नोएडा 47 वें स्थान पर आ गया है.यहां का AQI 287 है.49 वें स्थान पर फैजाबाद का 277, 50 वें स्थान पर सहारनपुर का AQI 275 है.51 वें स्थान पर गोरखपुर का 275 है.53 वें स्थान पर हाथरस का 270, 62 वें स्थान पर इलाहाबाद का AQI 226 था.
यूपी के शहरों के साथ ही देहात के इलाकों में भी AQI खराब स्थिति में आने लगा है.बरेली, पीलीभीत, बदायूं, कानपुर, मेरठ समेत सभी शहरों के साथ देहात का भी AQI खराब स्थिति में है.बरेली के देहात की आंवला, बहेड़ी, फरीदपुर, नवाबगंज, शेरगढ़, शीशगढ़ का भी AQI 200 के करीब आ गया है, जो चिंतनीय है.शहर के अपेक्षा देहात की आबोहवा सही रहती थी.मगर, अब देहात की आबोहवा भी बिगड़ने लगी है.यह काफी चिंता की बात है.
स्वच्छ हवा की उम्मीद में लोग हिल स्टेशन नैनीताल जाते थे. मगर, अब नैनीताल की हवा भी जहरीली हो गई है. शनिवार को नैनीताल का AQI 271था.यह दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में 52 वें स्थान पर है.ऑक्सीजन हर इंसान के लिए जरूरी है.इसकी कमी से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है.सांस लेने वाली हवा का ऑक्सीजन स्तर 19.5 प्रतिशत ऑक्सीजन होना चाहिए.इसके नीचे ऑक्सीजन जाने से नुकसान होता है.मगर, नैनीताल का ऑक्सीजन भी 19.5 से कम हो गया है.0 से 50 AQI तक ठीक होता है.इसका सेहत पर कम असर होता है.51-100 AQI भी ठीक है, लेकिन संवेदनशील लोगों को सांस की हल्की दिक्कत हो सकती है.101 के बाद ठीक नहीं है.101 से 200 AQI से फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत होती है.मगर, यूपी के 50 से अधिक शहरों का AQI 200 से अधिक है.201-300 AQI काफी खराब है. लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर किसी को भी सांस में दिक्कत होना तय है.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद, बरेली
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