बेतिया. वैश्विक महामारी कोरोना के प्रभाव खत्म होने के बाद इस बार नागपंचमी पर लगने वाले नेवाले महावीरी मेला जुलूस को लेकर सदर अनुमंडल पदाधिकारी डा. विनोद कुमार की अध्यक्षता में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई. इसमें एसडीएम डा. विनोद कुमार ने कहा कि अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानाध्यक्ष अपने अपने क्षेत्र में लगने वाले महावीरी मेला को लेकर तैयारी अभी से कर लें. उन्होंने कहा कि पूर्व के गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए जहां जहां असामाजिक तत्वों द्वारा पर्व में खलल डालने की संभावना हो, वहां असमाजिक तत्वों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध निषेधाज्ञा का प्रस्ताव भेजे. ताकि निरोधात्मक कार्रवाई आरंभ की जा सके.
एसडीएम ने कहा कि किसी भी हालत में बिना लाइसेंस के किसी भी मुहल्ले-टोले से जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी. यदि किसी के द्वारा ऐसा किया जाता है तो उनके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी. एसडीएम ने कहा कि रात्रि जुलूस पर तो वैसे हीं रोक है. लेकिन दिन में निकलने वाले जुलूस के लिए मुख्य कार्यकारी के नाम से लाइसेंस के साथ हीं समिति के सभी सदस्यों का फोटो एवं सामूहिक फोटो ग्राफ भी थाने में जमा करना होगा.
एसडीएम ने कहा कि इसबार जुलूस निकालने से पूर्व से लेकर जुलूस समाप्ति तक की निगरानी ड्रोन कैमरे से करायी जायेगी. एसडीएम ने कहा कि अपने अपने थाना क्षेत्र के संवेदनशील स्थलों की सूची यथाशीघ्र वे अनुमंडल कार्यालय में सौंप दें. ताकि उन सभी संवेदनशील स्थलों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस जवानों की तैनाती की जायेगी. बैठक में एएसडीएम अनिल कुमार के अलावे नगर, मुफस्सिल, मनुआपुल, बानुछापर, नौतन, बैरिया, जगदीशपुर, मझौलिया, चनपटिया, गोपालपुर, कुमारबाग, सिरिसिया थानाध्यक्ष के अलावे विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ व सीओ भी मौजूद रहे.
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अनुमंडल पदाधिकारी डा. विनोद कुमार ने सभी थानाध्यक्षों, अंचलाधिकारियों एवं बीडीओ को सभी थानों में बुद्धिजीवियों एव गणमान्य लोगों के साथ शांति समिति की बैठक आहूत करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बैठक में लाये गये प्रस्तावों पर भी गहनतापूर्वक विचार करते हुए उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा.
थाना से लाइसेंस लेने वाले समिति के अध्यक्ष या सचिव लाइसेंस का आवेदन देने के समय आवेदन में जुलूस के पूरी तरह से रुट का भी उल्लेख करेंगे. किसी भी हालत में उनके बताये रुट में बदलाव की संभावना नहीं रहेगी. आवेदन के दौरान वे यह भी घोषणा पत्र देंगे कि जुलूस में शामिल कोई भी व्यक्ति यदि शांति भंग करता है तो उसकी सारी जबाबदेही उनकी होगी.
एसडीएम डा. विनोद कुमार ने बताया कि मेला के पूर्व संध्या से लेकर जुलूस की समाप्ति तक अनुमंडल मुख्यालय में एक क्विक रिस्पांस टीम तैनात रहेगी. जो किसी भी आपात स्थिति में सूचना मिलने पर संभावित स्थल के लिए रवाना होगी. शांति भंग या किसी भी स्थिति से निपटने के लिए यह टीम सूचना मिलते हीं रवाना हो जायेगी. टीम में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल के जवान रहेंगे.