Bihar Dengue News: बिहार में डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार डेंगू से पीड़ित 283 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है. इनमें सर्वाधिक 132 मरीज भागलपुर के मायागंज स्थित JLNMCH में भर्ती हैं. भागलपुर में डेंगू के आंकड़े डराने वाले इस बार रहे. सबसे अधिक डेंगू की तबाही इसी जिले में देखने को मिली. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पटना से भागलपुर पहुंची और जायजा लिया. डेंगू संक्रमण बढ़ने वाले इलाकों में सर्वे भी किया गया. वहीं मायागंज अस्पताल और सदर अस्पतालों में रोज नए मरीज भर्ती हो रहे हैं. भागलपुर में पुलिस महकमे में भी डेंगू को लेकर दहशत है. डीएसपी समेत आधा दर्जन थानेदार संक्रमित हो चुके हैं. वहीं एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी डेंगू की चपेट में पड़ चुके हैं. डेंगू से मौत के मामले भी नहीं थम रहे और आए दिन डेंगू से मौत हो रही है. पिछले तीन दिनों के अंदर में तीन मरीजों की मौत हो चुकी है. जिसमें एक बच्ची भी शामिल है. वहीं अभीतक आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत यहां डेंगू से हो चुकी है.
भागलपुर शहर में डेंगू के मरीजों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को 41 नये मरीजों की पहचान जांच के बाद हुई. इनमें 41 मरीज मायागंज अस्पताल में मिले. वहीं छह मरीज सदर अस्पताल में जांच के बाद कंफर्म हुए. मायागंज अस्पताल से गुरुवार को स्वस्थ होने के बाद 28 मरीजों को डिस्चार्ज कर घर भेजा गया. वहीं दो मरीज बिना अस्पताल को सूचना दिये चले गये. इस समय मायागंज अस्पताल में कुल भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर 132 हो गयी है. वहीं दो दिन पहले झौवाकोठी निवासी व डेंगू के संदिग्ध मरीज की मौत इलाज के दौरान मायागंज अस्पताल में हो गयी थी. दम तोड़ने से पहले मरीज का सैंपल लिया गया था. गुरुवार को मरीज की रिपोर्ट एलिजा टेस्ट में पॉजिटिव कंफर्म हुआ.
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भागलपुर में डेंगू से मौत के मामले भी लगातार बढ़ ही रहे हैं. पिछले तीन दिनों में तीन मरीजों ने दम तोड़ दिया. मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान पिछले दिनों डेंगू पीड़ित 10 साल की बच्ची की मौत हो गयी थी. बुधवार दोपहर को बच्ची ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. बच्ची की मां महिला पुलिस के रूप में कार्यरत है. मां और बेटी दोनों डेंगू से पीड़ित थी. मृतक बच्ची की मां का इलाज भी मायागंज अस्पताल के डेंगू वार्ड में चल रहा है. बच्ची की हालत काफी बिगड़ गयी थी जिसके बाद उसे मायागंज अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था. ज्ञात हो कि मंगलवार को भी डेंगू के तीन संदिग्ध मरीज की मौत हो गयी थी. जिले में अब तक नौ लोग डेंगू से पीड़ित होकर मर चुके हैं. जबकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सिर्फ दो मरीज की मौत हुई है. एलिजा टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी.
पिछले दिनों डेंगू से मौत के मामलों में तेजी आयी है. डेंगू मरीज रोजाना स्वस्थ भी हो रहे हैं. लेकिन डेंगू मरीजों की हो रही मौत अब चिंता बढ़ाने लगी है. बीते मंगलवार को दो मरीजों की मौत हो गयी थी. रोजाना दो से तीन दर्जन नए मरीजों के भर्ती होने का सिलसिला भी जारी है. मंगलवार को जिन दो मरीजों की मौत हुई थी उनमें एक बच्ची कक्षा 2 की छात्रा थी जो सुरखीकल की रहने वाली थी. जबकि एक झौवाकोठी निवासी एक युवक की भी जान गयी थी. दोनों मरीजों का इलाज किसी निजी अस्पताल में चल रहा था. जब मरीज की स्थिति बहुत गंभीर हो गयी, तब निजी अस्पताल ने मरीजों को मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया था. वहीं शहर के दक्षिणी क्षेत्र के सिकंदरपुर का रहनेवाला युवक भी डेंगू से संक्रमित था और उसकी मौत हो गयी थी.
बता दें कि भागलपुर में डेंगू के तीन वेरिएंट पाए गए हैं. डेंगू के मरीज स्वस्थ हो जाने के बाद भी यहां संक्रमित हो रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों का कहना है कि जिले में डेंगू के डेन वन और टू के मरीज मिल रहे थे अब डेंगू के डेन चार का भी असर देखने को मिल रहा है. डेन वन और टू के मच्छर अगर काटते हैं तो मरीज चार से पांच दिन में ठीक हो जाते हैं जबकि डेन चार इनसे अधिक खतरनाक होता है और मरीजों को अधिक परेशान करता है. वहीं डेंगू मरीजों के लिए ब्लड डोनेट करने के लिए शहर में डोनर नहीं मिल रहे हैं. डोनर नहीं होने की बात कह कर मरीज के परिजन ब्लड बैंक के सामने प्लेटलेट्स के लिए गुहार लगा रहे हैं