Shravani Mela 2023: सावन की दूसरी सोमवारी पर शिवभक्तों का रैला सुलतानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा घाट पर उमड़ा. कांवरियों ने गंगाजल भरकर बाबानगरी देवघर की ओर कूच किया. रविवार से ही अजगैबीनगरी कांवरियों से पटी रही और केसरीयामय दिखी. सोमवार को शिवभक्तों ने गंगाजल भरकर कांवर यात्रा की शुरुआत की. हरियाली अमावस्या ने इस सोमवारी को और अधिक खास बना दिया है. सोमवार को बाबा अजगैबीनाथ को जलार्पण करने के लिए भी शिवभक्तों की भीड़ मंदिर में उमड़ी.
सावन की दूसरी सोमवारी के पूर्व रविवार को सावन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी पर लगभग 60 हजार से अधिक कांवरियों ने गंगा जल भर कर बाबा धाम प्रस्थान किया. रविवार को पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा तट से 60 हजार से अधिक कांवरिया गंगा स्नान कर कांवर में गंगा जल भर कर देवघर रवाना हुए. रविवार को नेपाल, ओडिसा, बंगाल, झारखंड, राजस्थान, यूपी, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों के कांवरिया ने गंगा जल भरा.
कांवरिया पथ पर काफी संख्या में महिला, पुरुष व बच्चे बोलबम का नारा लगाते चल रहे हैं. सोमवारी को लेकर रविवार देर शाम को ही अजगैबीनगरी का चप्पा केसरियामय हो गया. दूसरी सोमवारी व अमावस्या को लेकर कांवरियों की काफी भीड़ उमड़ने की संभावना सोमवार को थी. आधी रात के बाद ही कांवरियों की भीड़ सुलतानगंज में बढ़ने लगी. प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा.
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सरकारी आंकड़े की बात करें तो रविवार को शाम पांच बजे तक 42, 678 सामान्य कांवरिया बाबाधाम रवाना हो चुके थे. डाक बम 9,735 ने प्रमाण पत्र लिया. हजारों कांवरिया वाहन से देवघर निकले हैं जिनका रिकॉर्ड नहीं है. बता दें कि इस बार श्रावणी मेला करीब दो महीने तक चलने वाला है. सावन मेले की शुरुआत के दौरान कांवरियों की भीड़ अधिक नहीं थी लेकिन पहली सोमवारी से कांवरियों का रैला बेहद उत्साह के साथ कांवरिया पथ पर चलता दिखने लगा. अब कांवरियों की भीड़ बढ़ने लगी है.
अजगैबीनाथ मंदिर पर रविवार को काफी संख्या में कांवरियों ने पूजा-अर्चना किया. स्थानापति महंत प्रेमानंद गिरि ने बताया कि इस वर्ष अब तक लगभग चार लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा अजगैवीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना किया. मंदिर में भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है. स्थानापति ने बताया कि बाबा अजगैबीनाथ मंदिर में जलार्पण कर बाबा वैद्यनाथ के दरबार में जाने से अद्भुत फल मिलता है. हर कांवरिया को बाबा अजगैवीनाथ का दर्शन कर ही बाबा बैद्यनाथ की नगरी जाने का आग्रह किया है.
बता दें कि कांवरिया पथ पर डाकबम की भीड़ अब उमड़ने लगी है. शनिवार को सुलतानगंज से 1479 डाकबम ने प्रमाणपत्र लेकर 24 घंटा में बाबा पर जलार्पण का संकल्प लेकर देवघर रवाना हुए. जिसमें 17 महिला डाकबम भी शामिल हैं. वही सरकारी आंकड़ा के अनुसार सामान्य कांवरिया 50 हजार 326 बाबाधाम को रवाना हुए. यह आंकड़ा संध्या पांच बजे तक का था. वहीं वाहन से जाने वाले कांवरिया का रिकार्ड नहीं है. कांवरिया का अनवरत गंगा जल भर बाबाधाम जाने का सिलसिला लगा हुआ है.
श्रावणी मेला में पर्यावरण संरक्षण को लेकर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने गाइडलाइन जारी किया है. पर्यावरण संरक्षण को लेकर विशेष रूप से तैयारी करने को लेकर निर्देशित किया है. ताकि मेला में पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ नही हो. मेला क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिले. खासकर कांवरिया पथ के भागलपुर, मुंगेर और बांका जिला में लगभग 98 किलोमीटर कच्चा पथ पर सावन के दो माह के दौरान पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े. इसके लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कई व्यवस्था किये जाने का निर्देश जारी किया गया.
बताते चलें कि सोवमारी को लेकर भागलपुर के बरारी स्थित गंगा घाट पर भी शिवभक्तों की भीड़ रविवार से ही दिखी. रविवार को शिवभक्तों ने गंगा घाट से जल भरा और बासुकीनाथ धाम के लिए पैदल रवाना हो गए. कांवरियों का जत्था हर साल गंगा जल लेकर बासुकीनाथ धाम रवाना होता है. इस साल भी कांवरियों की भीड़ गंगा घाट पर उसी उत्साह से दिख रही है.
कांवरियों का जत्था गंगा जल लेकर भागलपुर से मधेपुरा स्थित सिंहेश्वरनाथ महादेव को जलार्पण के लिए भी लगातार निकल रहा है. सोमवार को भागलपुर से मधेपुरा के बीच कांवरियों का जत्था दिखा जिसके स्वागत के लिए लोग रास्ते पर उमड़े हैं. शिवभक्तों के पैर ठंडे पानी से धोते लोग दिखे जबकि उन्हें फल और शर्बत भी दिया गया.
बिहपुर के मड़वा गांव स्थित बाबा ब्रजलेश्वरनाथ धाम में सावन की दूसरी सोमवारी पर देवाधिदेव महादेव को जल अर्पित करने रविवार को बोलबम का जयकारा लगाते एवं डीजे की धुन पर नाचते बिहपुर से ट्रेन एवं बस से डाकबम, बाइक बम, एवं साधारण बम अगुवानी गंगा घाट ( सुल्तानगंज ) पहुंचे. वहीं देर शाम तक बड़ी संख्या डाकबम गंगा घाट पर पहुंच चुके थे.जो 41किमी पैदल चलकर बाबा ब्रजलेश्वर धाम में भोलेनाथ को जलार्पण करने रवाना हुए.
Published By: Thakur Shaktilochan