Bihar News: भागलपुर में कुछ दिनों पहले एक दारोगा पर यौन शोषण का आरोप लगा था. दारोगा की प्रेमिका ने नौकरी मिलने के बाद उसे छोड़ने का आरोप लगाया था. मामला प्रकाश में आने के बाद मुजफ्फरपुर जिला बल में कार्यरत 2019 बैच के दारोगा (सब इंस्पेक्टर) मनोज कुमार उर्फ गौरव ने 10 दिनों की मोहलत मांगी थी. वह मंगलवार को अपने बड़े भाई व अन्य रिश्तेदारों के साथ भागलपुर के महिला थाना पहुंचे. वहीं, बुद्धुचक स्थित टपुआ दियारा की वंदना कुमारी को भी परिवार के साथ थाना बुलाया गया. देर शाम दोनों ने महिला थाना में ही डॉ भीमराव आंबेडकर को साक्षी मान कर शादी कर ली.
इस दौरान वहां मौजूद दोनों पक्षों के परिजन सहित पुलिस पदाधिकारी और कर्मी शादी के साक्षी बने. उन्होंने भी वर और वधू को आशीर्वाद दिया. दारोगा मनोज कुमार उर्फ गौरव के बड़े भाई भरत निवास ने बताया कि लड़का और लड़की दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं. अखबार और समाचार पत्रों से उन्हें गौरव और वंदना के रिश्ते की जानकारी मिली. इसके बाद वे लोग तुरंत दोनों की शादी को तैयार हो गये. मंगलवार को थाना पहुंच कर लड़की वालों के समक्ष शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे उन लोगों ने स्वीकार किया. फिर दोनों की शादी करा दी गयी.
इधर, वंदना के भाई वकील कुमार ने बताया कि वे लोग इस शादी को लेकर बहुत खुश हैं. मामले को लेकर महिला थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष गुंजन पासवान ने बताया कि उक्त मामले को लेकर महिला थाना में आवेदन जमा कराया गया था, लेकिन लड़का पक्ष के लोगों ने 10 दिनों की मोहलत मांगी थी. इसके बाद मंगलवार को दोनों पक्षों की बात हुई और फिर दारोगा दुल्हा और दुल्हन की शादी हुई. दोनों से थाना में बांड पेपर भी भरवाया गया.
Also Read: बिहार: भागलपुर के रिमांड होम में किशोर की मौत की गुत्थी सुलझाएगी पुलिस, जानिए किस दिशा में चल रही जांच..
शादी के दौरान महिला थाना परिसर में मौजूद महिला थाना, एससी/एसटी थाना और साइबर थाना के पुलिस पदाधिकारी और कर्मी बतौर साक्षी मौजूद रहे. शादी के बाद वर-वधु ने बड़े पुलिस पदाधिकारियों का आशीर्वाद लिया, तो पुलिस पदाधिकारियों ने उन्हें शगुन भी दिये. इधर, महिला पुलिसकर्मियों ने रस्म के तौर पर दूल्हा और दुल्हन का द्वार छेंक लिया. दारोगा जी से शगुन लेने के बाद ही उन लोगों ने द्वार छोड़ा, जिसके बाद वर-वधु सहित उनके परिवार के लोग हंसी-खुशी वहां से निकल गये.
Published By: Thakur Shaktilochan