16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Vande Bharat: भागलपुर से देवघर और पटना के लिए भी वंदे भारत ट्रेन, जानें किस दिन पीएम मोदी करेंगे शुभारंभ…

Vande Bharat Express : पटना से हावड़ा के लिए जल्द ही नई वंदे भारत एक्स्प्रेस शुरू होने जा रही है. इसके साथ ही वाराणसी से गया के रास्ते हावड़ा तक भी वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने के लिए विचार किया जा रहा है. वंदे मेट्रो का भी बिहार से परिचालन किया जाना है.

Vande Bharat Express : बिहार को जल्द ही दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस एवं दो वंदे मेट्रो ट्रेन की सुविधा मिलने जा रही है. रेलवे बोर्ड ने पटना से हावड़ा और वाराणसी से गया होकर हावड़ा के बीच दो वंदे भारत ट्रेनों को स्वीकृति दी है. इसके लिए कई स्तरों पर काम शुरू हो गया है. इसके अलावा दो वंदे मेट्रो ट्रेन भी चलाई जाएगी. इनका परिचालन भागलपुर से देवघर और पटना से गोड्डा के बीच होगा. भागलपुर से देवघर के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन बांका होकर चलेगी, जबकि पटना से गोड्डा के बीचे वंदे मैट्रो ट्रेन हंसडीहा व भागलपुर होकर चलेगी. इसके अलावा आसनसोल से बनारस के लिए भी वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी जो बिहार के झाझा से होकर गुजरेगी.

हफ्ते में छह दिन हो सकता है परिचालन

जानकारी के अनुसार पटना-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद अब आने वाले दिनों में पटना से हावड़ा के लिए जल्द ही सेमी हाइ स्पीड ट्रेन वंदे भारत चलाई जाएगी. इसका परिचालन हफ्ते में छह दिन किया जा सकता है. वहीं, गया होकर वाराणसी से हावड़ा के बीच भी एक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का निर्णय पारित किया गया है. इसका संचालन सप्ताह में तीन दिन किया जा सकता है. इसके लिए पूर्व रेलवे व पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों को तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया गया है. इस ट्रेन सेवा के शुरू होने से धनबाद व गया के लोगों को काफी फायदा होगा.

पीएम मोदी पटना-हावड़ा वंदे भारत को दिखाएंगे हरी झंडी

पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस के संबंध में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया कि इसी महीने पीएम मोदी पटना- हावड़ा वंदे भारत को हरी झंडी दिखाएंगे. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि ”देवघर बाबा बैद्यनाथ जी आने वाले श्रद्धालुओं को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का तोहफ़ा, इसी महीने प्रधानमंत्री जी पटना-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर शुरू करेंगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी को बहुत बहुत बधाई. देवघर से अब हम लोग मात्र 2.30 घंटे में हावड़ा और पटना पहुंचेंगे”.

वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ ही वंदे मेट्रो की भी सौगात

रेलवे बोर्ड ने बिहार को वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ ही वंदे मेट्रो की भी सौगात दी है. यह वंदे मेट्रो ट्रेन भागलपुर से देवघर व पटना से गोड्डा के बीच चलाई जाएगी. इन ट्रेनों का परिचालन सप्ताह में छह दिन के लिए किया जा सकता है. बता दें कि वंदे मेट्रो ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का ही छोटा स्वरूप है. इस ट्रेन का परिचालन कम दूरी के शहरों को जोड़ने के लिए प्रस्तावित है.

वाराणसी से गया होकर हावड़ा तक चलेगी वंदे भारत

पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) वीरेंद्र कुमार ने बताया कि गया होकर हावड़ा व वाराणसी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने पर विचार-विमर्श किया गया है. वरीय अधिकारियों की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही आगे का काम शुरू किया जायेगा. इधर, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अक्तूबर में ट्रेन शुरू करने की संभावना जतायी जा रही है. इसके लिए पटरियों के साथ-साथ सिग्नल आदि koको दुरुस्त करने का काम हो रहा है. इस रूट पर हावड़ा-वाराणसी के बीच प्रस्तावित वंदे भारत एक्सप्रेस की अधिकतम रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा होगी.

गया से हावड़ा, आसनसोल, धनबाद के रास्ते परिचालन की अनुमति

सेंट्रल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ कौशलेंद्र प्रताप ने बताया कि मंत्रालय की तरफ से उनको एक पत्र दिया गया है, जिसमें गया के महत्व को स्वीकार करते हुए गया से हावड़ा, आसनसोल, धनबाद के रास्ते रेल सेवा के परिचालन की अनुमति प्रदान की गयी है. इसके लिए उन्होंने मंत्रालय का आभार जताया है.

Also Read: Patna Metro Project: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे लंबा अंडरग्राउंड स्टेशन, जानें इसकी खासियत

वंदे भारत ट्रेन में क्या है सुविधा

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मात्र 52 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है. सभी वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित है और उसमें स्वचालित दरवाजे हैं. वंदे भारत ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है. ट्रेन में जीपीएस आधारित इंफार्मेशन सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट के अलावा कई तरह की अन्य सुविधाएं हैं.

भारत की पहली ट्रेन जिससे जुड़ा होता है इंजन

यह भारत की पहली ट्रेन है, जिसमें मेट्रो या बुलेट ट्रेन में भी इंजन ट्रेन से ही जुड़ा होता है. अन्य ट्रेनों में इंजन अलग से जोड़ा जाता था. यह भी एक कारण है कि यह ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस से भी ज्यादा तेज चलती है. यह 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार सिर्फ 54.6 सेकेंड्स में पकड़ सकती है और अपनी अधिकतम रफ्तार तक केवल 145 सेकेंड्स में पहुंच सकती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें