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राजनीतिक दलों की बैठक : राहुल गांधी बोले – यह ‘NDA’ और ‘INDIA’ की लड़ाई

Opposition meeting in Bengaluru Live Update: आज होने वाली विपक्षी एकता बैठक में सीट-बंटवारे की दिशा में एक रोडमैप तैयार करने के अलावा, प्रस्तावित बीजेपी विरोधी समूह को एक नाम, संरचना और एक आम एजेंडा और अभियान कार्यक्रम देने पर चर्चा हुई. मंगलवार की बैठक का एजेंडा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पढ़ा, जिसमें पार्टियों को वार्ता में अपने सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया गया.

लाइव अपडेट

देश की आवाज के लिए है हमारी लड़ाई : राहुल गांधी

विपक्षी दलों की प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा की विचारधारा और उसकी सोच के खिलाफ है. वो देश पर आक्रमण कर रहे हैं, देश की आवाज को उनके द्वारा कुचला जा रहा है. यह लड़ाई देश की आवाज के लिए है. उन्होंने कहा कि अब लड़ाई एनडीए और 'इंडिया' के बीच है, मोदी और 'इंडिया' के बीच है, उनकी विचारधारा और 'इंडिया' की अवधारणा की लड़ाई है.

हम देश को बचाने के लिए लड़ रहे : उद्धव ठाकरे

विपक्षी दलों की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा कि कुछ लोगों को लग रहा है कि हम परिवार के लिए लड़ रहे हैं, हां यह पूरा देश ही हमारा परिवार है और हम देश को बचाने के लिए लड़ रहे हैं.

देश को बचाने के लिए हम एकत्र हुए हैं : केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक के बाद कहा कि हम देश को बचाने के लिए और नए भारत को बनाने के लिए एकत्र हुए हैं. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है.

'इंडिया' जीतेगा और भाजपा हारेगी : ममता बनर्जी

विपक्षी दलों की बैठक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा और राजग, क्या आपलोग 'इंडिया' को चुनौती दे सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ जीतेगा और भाजपा हारेगी.

दिल्ली में बनाया जाएगा साझा सचिवालय : खरगे 

बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार के प्रबंधन के लिए दिल्ली में साझा सचिवालय बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश और देश के लोगों को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके लिए हमने आपसी मतभेदों को पीछे रखने का फैसला किया है.

मुंबई में होगी विपक्षी दलों की अगली बैठक 

बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि पटना की बैठक में 16 दल शामिल हुए थे. आज हम यहां बेंगलुरु में 26 पार्टियां हैं. हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में हैं. विपक्षी दलों की अगली बैठक मुंबई में होगी. बैठक की तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी. 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की जायेगी. उन्होंने कहा कि गठबंधन का नाम 'भारतीय राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समावेशी गठबंधन' होगा.

विपक्षी दलों की बैठक खत्म 

बेंगलुरु में चल रही विपक्षी दलों की बैठक खत्म हो चुकी है. कुछ ही देर में बैठक में शामिल नेता प्रेस कांफ्रेंस जरेंगे.

विपक्षी गठबंधन का नाम हो सकता है 'इंडिया'

विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ (भारतीय राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समावेशी गठबंधन) रखे जाने की संभावना है. अभी तक यह नाम तय नहीं लेकिन कई नेता इस पर सहमत हैं. वहीं जेडीयू ने ट्वीट कर नाम का मतलब बताया है. - INDIA- (I - Indian, N- National, D- Democractic, I - Inclusive, A - Alliance)

यह एक अच्छी और सार्थक बैठक : ममता बनर्जी

बेंगलुरु में विपक्ष की संयुक्त बैठक पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC नेता ममता बनर्जी ने कहा है कि यह एक अच्छी और सार्थक बैठक है. इस बैठक में रचनात्मक निर्णय लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आज जो चर्चा हुई उसके बाद का नतीजा देश के लिए अच्छा होगा.

मोदी सरकार में सभी को कुचला जा रहा : लालू यादव 

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में कहा कि देश एवं लोकतंत्र को बचाना होगा, गरीबों, युवाओं, किसानों, अल्पसंख्यकों की रक्षा करनी होगी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में सभी को कुचला जा रहा है.

पीएम मोदी से छुटकारा पाने का आ गया समय : केजरीवाल

बेंगलुरु में हो रही विपक्षी दलों की बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 10 साल के कार्यकाल में लगभग हर क्षेत्र को पूरी तरह से चौपट कर दिया है. अब उनसे छुटकारा पाने का समय आ गया है.

गठबंधन के नाम में होना चाहिए 'भारत'

बेंगलुरु में हो रही विपक्ष की बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार से कहा कि गठबंधन के नाम में 'भारत' शब्द होना चाहिए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार ने कहा कि सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो 350 सीट जीतेंगे. पहले साथ मिलकर चुनाव लड़ कर जीतते हैं उसके बाद पीएम का नाम तय करेंगे.

कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं -खरगे 

बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम जानते हैं कि राज्य स्तर पर कुछ पार्टियों में मतभेद है पर ये मतभेद वैचारिक नहीं हैं. ये मतभेद इतने बड़े नहीं हैं कि हम आम आदमी, युवाओं, गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के लिए इन्हें अपने पीछे नहीं रख सकते हैं. खरगे ने कहा कि कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की बैठक में शामिल हो रही है, लेकिन सत्ता में हमारी दिलचस्पी नहीं है.

बेंगलुरु में खरगे ने कहा- कुछ लोगों के बीच मतभेद हैं

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कहा कि हम जानते हैं कि राज्य स्तर पर हममें से कुछ लोगों के बीच मतभेद हैं. ये मतभेद वैचारिक नहीं हैं. मतभेद इतने बड़े भी नहीं हैं कि हम आम आदमी और मध्यम वर्ग, युवाओं, गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के लिए इन्हें अपने पीछे नहीं रख सकते, जिनके अधिकारों को पर्दे के पीछे चुपचाप कुचला जा रहा है.

विपक्ष कभी एकजुट नहीं होगा- पशुपति पारस

चिराग पासवान के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि आज NDA गठबंधन की बैठक हो रही है. मैं भी इस बैठक में जा रहा हूं. 2024 को फिर से चुनाव में NDA गठबंधन को दो तिहाई बहुमत मिलेगा. 23 जून को भी विपक्ष की बैठक हुई थी. लेकिन क्या हुआ? उस बैठक में जो 17 दल के नेता आए थे उनमें से 3 नेता NDA गठबंधन में चले आए हैं. विपक्ष कभी एकजुट नहीं होगा

बेंगलुरू में विपक्षी पार्टियों की बैठक शुरू

बेंगलुरू में आयोजित विपक्षी पार्टियों की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, UPA प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, NCP प्रमख शरद पवार संयुक्त विपक्ष की बैठक के लिए पहुंच गए हैं. बैठक शुरू हो गई है.

बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक शुरू

बैठक में सोनिया और  राहुल गांधी पहुंचे

बेंगलुरू में आयोजित विपक्षी पार्टियों की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, UPA प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहुंचे

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारी

आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को पटखनी देने के लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है. वहीं विपक्ष के मंसूबे पर पानी फेरकर फिर से एकबार दिल्ली की गद्दी पर कब्जा जमाने के लिए एनडीए ने भी अपनी पूरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है. दोनों गठबंधनों की ओर से अन्य पार्टियों को एकजुट करके अपने खेमे को मजबूत किया जा रहा है. इन दोनों बैठकों का केंद्रबिंदु एकतरह से बिहार ही है. दरअसल, बिहार में अब सियासी समीकरण बदल गए हैं जिसका असर पूरे देश की सियासत पर पड़ने वाला है. पूर्व में भी इसका असर दिख चुका है. इसलिए दोनों खेमा अपनी ताकत को और मजबूत करने में जुटा है.

एनडीए की बैठक में शामिल होने के उपेंद्र दिल्ली रवाना

एनडीए की बैठक में शामिल होने से पहले उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा - एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे है. पीएम मोदी से किसी का कोई मुक़ाबला नहीं है. एनडीए का कुनबा बढ़ता जा रहा है.

राजनीतिक दलों की बैठक : राहुल गांधी बोले - यह 'Nda' और 'India' की लड़ाई
राजनीतिक दलों की बैठक : राहुल गांधी बोले - यह 'nda' और 'india' की लड़ाई 1

यूपीए में कौन सी पार्टियां हैं?

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

जनता दल (यूनाइटेड)

राष्ट्रीय जनता दल

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट)

शिव सेना (यूबीटी)

झारखंड मुक्ति मोर्चा

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग

जम्मू एवं कश्मीर राष्ट्रीय सम्मेलन

असम जातीय परिषद

मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम

रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (भारत)

विदुथलाई चिरुथिगल काची

केरल कांग्रेस

गोवा फॉरवर्ड पार्टी

केरल कांग्रेस (जैकब)

भारत की क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी

आंचलिक गण मोर्चा

भारत की किसान एवं श्रमिक पार्टी

राष्ट्रवादी कांग्रेस केरल

बेंगलुरु में जुटे जातिवादी और करप्ट लोग- पीएम

विपक्ष की बैठक पर पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि बेंगलुरु में जो बैठक हो रही है वो बेईमानी का सम्मलेन है. घोटालेबाज लोगों को सम्मान दिया जा रहा है. इस बैठक में जेल जाने वाले लोगों को खास सम्मान दिया जा रहा है. बेंगलुरु में जो लोग जुटे हैं. वे जातिवादी और करप्ट लोग हैं. एक चेहरे पर कई चेहरे लगा कर बैठे है.

'दिल्ली को पार्ट टाइम नहीं, फुल टाइम CM चाहिए,

अरविंद केजरीवाल के बेंगलुरु पहुंचने पर BJP नेताओं ने उनपर तंज कसते हुए कहा कि 'दिल्ली को पार्ट टाइम नहीं, फुल टाइम CM चाहिए,

दो साल बाद मिली ममता और सोनिया

ममता बनर्जी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की सोमवार को दो साल बाद मुलाकात हुई.दोनों ने एक दूसरे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और हालचाल जाना. इस दौरान राजनीतिक चर्चा भी हुई

बीजेपी की नजर अपने गठबंधन के भव्य शक्ति प्रदर्शन पर, 38 दलों ने उपस्थिति की पुष्टि की

  • भाजपा मंगलवार को अपने गठबंधन की ताकत का एक भव्य प्रदर्शन करने पर नजर गड़ाए हुए है और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने दावा किया है कि सत्तारूढ़ राजग के 38 घटक दलों ने बैठक में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे.

  • मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की यह पहली ऐसी बैठक होगी और यह ऐसे समय में गठबंधन बनाने की अपनी क्षमता को उजागर करने पर पार्टी के फोकस को रेखांकित करती है जब विपक्षी दल एकता बनाने के लिए बैठक कर रहे हैं. 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए.

  • एनडीए की बैठक में भाजपा के कई नए सहयोगी दलों की उपस्थिति देखी जाएगी, जैसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाला राकांपा गुट और इसके कई पूर्व सहयोगी, जैसे कि चिराग पासवान, ओ पी राजभर, उपेंद्र कुशवाह और जीतन। राम मांझी ने पार्टी में लौटने का फैसला किया है.

बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच आज एनडीए के 38 विधायकों का मुकाबला विपक्ष के 26 विधायकों से

  • आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण के संबंध में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस के समर्थन के बाद अचानक विपक्ष के मंच पर आ गई है. चूंकि विपक्षी दल भाजपा के रथ का मुकाबला करने के लिए अपने मतभेदों को भुलाकर एकजुट हो रहे हैं.

  • क्षेत्रीय दल जो राज्य स्तर पर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर पर बिखर गए हैं, अब भाजपा या विपक्ष में शरण मांग रहे हैं.

  • भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणा की कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के 38 सहयोगियों ने कल राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली बैठक में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है।

  • राष्ट्रीय राजधानी में एनडीए की बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक आयोजित की जा रही है.

इन मुद्दों पर होगा चर्चा

1.आम चुनावों 2024 के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की ड्रॉफ्टिंग और गठबंधन के लिए जरूरी कम्यूनिकेशन पॉइंट्स बनाने के लिए कमेटी स्थापित करना.

2. दो दलों के बीच विरोधाभासों को दूर करने और पार्टियों के सम्मेलनों, रैलियों के लिए सब कमेटी बनाना 

3. राज्य के जिस दल का जो आधार है उसपर सीट साझा करने के मामले पर चर्चा होगी.

4.ईवीएम के मुद्दे पर चर्चा करना और चुनाव आयोग के लिए सुधार सुझाव देना. 

5.गठबंधन के लिए एक नाम सुझाव देना.

6. प्रस्तावित गठबंधन के लिए एक सामान्य सचिवालय की स्थापना करना

आज क्या है कार्यक्रम?

18 जुलाई, मंगलवार को विपक्षी नेताओं की 11 बजे से शाम 4 बजे तक बैठक होगी. इस बैठक में 2024 चुनाव को लेकर रणनीति बनेगी. कहा जा रहा है कि बैठक में 6 एजेंडे पर विस्तार से चर्चा होगी.

दिल्ली में एनडीए की भी मीटिंग 

विपक्षी दलों के दूसरे दिन की बैठक आज फिर बेंगलुरु में होने वाली है, इसके खिलाफ आज दिल्ली में एनडीए की भी मीटिंग है. उम्मीद की जा रही है कि बैठक में  38 दल हिस्सा लेंगे. एनडीए की बैठक में चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), ओपी राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के साथ-साथ सहित बीजेपी के कई नए सहयोगी दल भी बैठक में शामिल हो रहे है. मीटिंग को लेकर सोमवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद नड्डा ने एक ट्वीट में कहा कि चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने का फैसला किया है.

रात्रि भोज में भी हुई रणनीति पर चर्चा

सोमवार को रात्रिभोज के मौके पर अनौपचारिक रूप से चर्चा की थी. अपनी चर्चा में विपक्षी दलों ने यह संदेश देने की कोशिश की, कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वे एकजुट हैं. पहले दिन की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और कुछ अन्य नेता शामिल हुए.

सीएम नीतीश कुमार की भूमिका क्या होगी?

सूत्रों का कहना है कि बेंगलुरु में होने वाली 18 जुलाई की बैठक में नीतीश कुमार को लेकर भी कुछ बड़ा फैसला हो सकता है. दरअसल पटना में हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक नीतीश कुमार के पहल पर हुई थी. लेकिन, बेंगलुरु की बैठक में कांग्रेस की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.इधर, बिहार की राजनीतिक गलियारे में इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की भूमिका क्या होगी? राजनीतिक पंडितों का कहना है कि नीतीश कुमार के कई ऐसे नेताओं से भी अच्छे संबंध बताए जाते हैं जो फिलहाल बीजेपी विरोधी खेमे में नहीं हैं.

आने वाले समय में जरुरत पड़ने पर नीतीश कुमार उन्हें भी अपने साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं. इसके साथ ही नीतीश कुमार का उतर भारत के बड़े ओबीसी लीडर के तौर पर भी पहचान है. जिनकी जाति का वोट हिन्दी बेल्ट के कई राज्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. लंबा राजनीतिक अनुभव और बेदाग छवि के कारण भी नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर आम सहमति बन सकती है.

शरद पवार बेंगलुरु विपक्ष की बैठक के लिए रवाना

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार वहां हो रहे दो दिवसीय विपक्षी दलों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार सुबह बेंगलुरु के लिए रवाना हुए.

Opposition meeting in Bengaluru Live Update: आज होने वाली विपक्षी एकता बैठक में सीट-बंटवारे की दिशा में एक रोडमैप तैयार करने के अलावा, प्रस्तावित बीजेपी विरोधी समूह को एक नाम, संरचना और एक आम एजेंडा और अभियान कार्यक्रम देने पर चर्चा होगी. मंगलवार की बैठक का एजेंडा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पढ़ा, जिसमें पार्टियों को वार्ता में अपने सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया गया. मोटे तौर पर एजेंडे में छह प्रस्ताव शामिल हैं - 2024 के आम चुनावों के लिए गठबंधन के लिए एक सामान्य एजेंडा और संचार बिंदुओं का मसौदा तैयार करने के लिए अलग-अलग उपसमितियां स्थापित करना, रैलियों, सम्मेलनों और आंदोलनों सहित पार्टियों के लिए एक संयुक्त कार्यक्रम तैयार करना, राज्य दर राज्य आधार पर सीट-बंटवारा तय करना, गठबंधन के लिए एक नाम का सुझाव, इसके लिए एक सामान्य सचिवालय स्थापित करना, और ईवीएम पर चर्चा और चुनाव आयोग को सुधारों का सुझाव देना.

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