Bihar Crime News: बिहार में हाल के दिनों में अचनाक से अपराध का ग्राफ बढ़ा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे लेकर नाराजगी जतायी है और कई उच्चस्तरीय बैठकें भी कीं हैं. बिहार में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं से एक ओर जहां पुलिस महकमे पर सवाल खड़े हो रहे हैं वहीं, इस पर सियासत भी गरम है.
मौजूदा हालात को लेकर एक ओर राष्ट्रीय जनता दल हमलावर है तों वहीं चिराग पासवान की पार्टी लोजपा, कांग्रेस, पप्पू यादव और उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेता भी राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल दाग रहे हैं. लोजपा के बिहार मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर बिहार में राष्ट्रपति शासन का आग्रह किया गया है. उन्होंने बिहार में कानून-व्यवस्था के बदतर हालात व बढ़ते अपराध के आरोप में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए पहल करने को कहा है.
बता दें कि लोजपा केंद्र की एनडीए सरकार में सहयोगी पार्टी है. बिहार में एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा और अब नीतीश सरकार पर हमेशा निशाना साधती रहती है. इधर, कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य प्रेमचंद मिश्रा ने राज्य में बढ़ते अपराधिक घटनाओं को सरकार के लिए चुनौती तथा इसे सरकार की बड़ी विफलता बताते हुए राज्य में पूर्णकालिक गृहमंत्री की मांग की है.
कांग्रेस नेता के मुताबिक, पिछले 15 दिनों के अंदर हत्या और लूट की अनगिनत वारदातें कानून-व्यवस्था के लचर होने तथा सरकार की हनक तथा रौब के खत्म होने के पर्याप्त संकेत दे रहे हैं. अपराधियों के ऊपर पुलिस का खौफ बिल्कुल ही खत्म हो गया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की अपनी व्यस्तता होती है और ऐसा लगता है कि वे विधि व्यवस्था को लेकर उतना समय नहीं निकाल पाते हैं जितना उन्हें निकालना चाहिए. उन्होंने सत्तारूढ़ दलों से आग्रह किया कि बिहार के लोगों के सुरक्षित जनजीवन के लिए तत्काल उन्हें चाहिए कि राज्य को पूर्णकालिक गृह मंत्री दें ताकि कानून व्यवस्था सही हो.
Posted By: Utpal kant