Bihar News: अब इसे पैसे का लालच कहा जाये या अपनी सरकारी जवाबदेही के प्रति लापरवाही. मामला चाहे जो भी हो, लेकिन बिहार (Bihar) की नीतीश सरकार (Nitish Kumar Govt) के कृषि विभाग (Agriculture Department) के कुछ अधिकारी सरकारी वेतन लेकर एक प्राइवेट विदेशी कंपनी के काम करने में लगे हैं. वे प्राइवेट कंपनी के प्रचार-प्रसार के साथ उसके उत्पाद को बेचने का भी काम करते हैं.
कृषि विभाग में तैनात अधिकारी से लेकर जिलों में काम कर रहे कृषि विभाग के पदाधिकारी तक इस तरह के मामलों में संलिप्त हैं. प्राइवेट कंपनी के साथ काम करने की इतनी व्यस्तता है कि उनको सरकारी काम की कोई चिंता नहीं है. इस मामले की कुछ समय से शिकायत आ रही थी. लेकिन, जब स्थिति अत्यधिक खराब हो गयी, तो कृषि विभाग के सचिव डाॅ एन सरवण कुमार को चेतावनी का कार्यालय आदेश जारी करना पड़ा है.
दरअसल, सचिव की ओर से जारी कार्यालय आदेश में कहा गया है कि उनके व अन्य पदाधिकारियों के द्वारा क्षेत्र भ्रमण में पाया गया कि कुछ पदाधिकारियों के द्वारा एक प्राइवेट कंपनी के प्रचार-प्रसार एवं उसके उत्पाद की बिक्री के संबंध में प्रयास किया जा रहा है. अपने कार्य के अतिरिक्त किसी भी सरकारी कर्मी द्वारा किसी व्यवसाय को बढ़ावा दिया जाना गवर्नमेंट सर्विस कंडक्ट रूल के बिल्कुल प्रतिकूल है. अत: सभी पदाधिकारियों को निर्देशित किया जाता है कि कृपया इस प्रकार के कृत्य से अपने आप को बिल्कुल अलग रखें. ऐसी शिकायत भविष्य में मिलने पर कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी.
विभाग के सूत्र बताते हैं कि बीते कुछ वर्षों से इस तरह का मामला चल रहा है. कुछ अधिकारियों अपनी पत्नी के नाम पर निजी कंपनी का काम संचालित कर रहे हैं. कुछ अपने स्तर से ही निजी कंपनी का काम कर रहे हैं. बीते कुछ वर्षों से विभाग में ही बिहार कृषि सेवा के एक बड़े पदाधिकारी बीते कुछ वर्षों से बड़े जोर -शोर से प्राइवेट कंपनी का काम कर रहे थे. हालांकि, वह अब सेवानिवृत्त हो गये. विभाग में चर्चा है कि इस समय अगर वे होते तो उन पर तो जरूर कार्रवाई हो जाती. इसके अलावा कई अन्य अधिकारी भी इस तरह के कामों में संलिप्त रहे हैं.
इनपुट- अनिकेत त्रिवेदी
Posted By: Utpal kant