बिहार में कोरोनावायरस महामारी के बीच पंचायत इलेक्शन टलने के पूरे आसार हैं. बताया जा रहा है कि चुनाव टलने की स्थिति में सरकार जनप्रतिनिधि के पावर को अधिकारी के हवाले कर सकती है. इसी बीच मोदी सरकार के पूर्व मंत्री रामकृपाल यादव ने सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. रामकृपाल ने अपने पत्र में कहा कि मुखिया और सरपंच के कार्यकाल को 15 जून के बाद भी बढ़ाया जाए.
पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘कोरोना संक्रमण के चलते बिहार पंचायत चुनाव 2021 फिलहाल टालने की स्थिति में पहुंच गया है. आज बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को पत्र लिखकर कोरोना काल में चुनाव टालने एवं उचित निर्णय लेने की मांग की.’
सांसद ने अपने पत्र में कहा कि चुनाव नहीं होने की स्थिति में केंद्र व राज्य द्वारा संचालित पंचायत स्तर की योजनाएं बाधित हो जाएंगी. ऐसे में बिहार सरकार को विधि सम्मत निर्णय लेना होगा ताकि पंचायती राज व्यवस्था प्रभावी ढंग से गांव के विकास में पूर्व की भांति कार्य करती रहे.
यादव ने आगे कहा कि त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के सभी स्टेकहोल्डर से समुचित संवाद कर अति शीघ्र निर्णय लेने का कार्य करें. पत्र के साथ बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह जी के द्वारा भी लिखे गए पत्र को भी संलग्न करके मुख्यमंत्री जी को अग्रसारित किया हूं.
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15 जून तक मुखिया और सरपंच का कार्यकाल- बिहार में जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल 15 जून तक है. कोरोना की वजह से इस बार पंचायत चुनाव नहीं होगा. वहीं चुनाव नहीं होने की स्थिति में सरकार इन जनप्रतिनिधियों के कामों को लेकर विचार कर रही है. पिछले दिनों पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने मीडिया से कहा था कि सरकार मुखिया और सरपंच के कार्यकाल को लेकर जल्द ही फैसला ले सकती है.
Posted By : Avinish kumar mishra