विदेशी पर्यटकों को बिहार के पर्यं स्थलों की जानकारी हो सके इसलिए ब्रिटेन की राजधानी लंदन के वर्ल्ड ट्रैवेल मार्केट (डब्लूटीएम) शो में बिहार ने भी शिरकत की है. 6 से आठ नवंबर तक चलने वाले इस शो में पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग की गयी. इस शो में बिहार के बौद्ध और सिख सर्किट के बारे में वैश्विक पर्यटकों में दिलचस्पी दिखायी दी.
शो में जुटे पर्यटकों को बिहार के पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने बिहार की रामायण सर्किट, सूफी सर्किट, बौद्ध सर्किट, जैन सर्किट के साथ-साथ हेरिटेज कल्चर और इको टूरिज्म से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों के बारे में जानकारी दी गयी. इसके अलावा इको सर्किट, गांधी सर्किट, शिव शक्ति सर्किट और गंगा नदी में क्रूज से सैर करने की सुविधा के बारे में भी जानकारी दी गई. पर्यटकों से बिहार भ्रमण का आग्रह भी किया गया.
बिहार में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा दिए जाने के मकसद से पहली बार विदेश में बिहार के पर्यटन स्थल की ब्रांडिंग की जा रही है. इस शो में पर्यटन सचिव ने बिहार पैवेलियन में जानकारी लेने आ रहे पर्यटकों को बताया कि बिहार में सिख श्रद्धालुओं का दूसरा सबसे बड़ा तख्त दशमेश गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली तख्त श्री पटना साहिब अवस्थित है जहां दुनिया भर से सिख श्रद्धालु पहुंचते हैं और मत्था टेकते हैं. गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली में न केवल सभी उच्च स्तरीय पर्यटकीय सुविधाएं मौजूद है. अभी इसी वर्ष प्रकाश पुंज का निर्माण किया गया है जहां गुरु जी की स्मृतियों को संजोया गया है.
पर्यटन सचिव ने पर्यटकों को बताया कि राजगीर में पहले गुरु गुरुनानक देवजी का आगमन हुआ था जहां शीतल कुंड गुरुद्वारे का निर्माण कराया गया है, इसी प्रकार हमारे यहां बौद्ध सर्किट है, जहां बौद्ध धर्म के प्रवर्तक भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हैं, जहां दुनिया भर के बौद्ध श्रद्धालु पहुंचते हैं. बेहतर सुविधाओं के कारण वहां लगातार पर्यटकों की संख्या में अभिवृद्धि हो रही है. इस कारण ग्रेट ब्रिटेन से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पर्यटकों के स्वागत की आकांक्षा बिहार पर्यटन विभाग को है.
ट्रेवल शो में बौद्ध सर्किट के बारे में बताते हुए भागलपुर के प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय के खंडहरों, पटना, बोधगया, राजगीर, नालन्दा, वैशाली, राजगीर आदि की खासियतों पर प्रकाश डाला गया. इसके साथ ही जैन सर्किट के बारे में जानकारी देते हुए जमुई के लछुआर, भागलपुर के चंपापुर, नालंदा के कुंडलपुर, बांका के मंदार आदि के बारे में बताया गया.
ट्रेवल शो में रामायण सर्किट के बारे में जानकारी देते हुए भोजपुर का तार, अहिरौली और बक्सर में रामरेखा घाट, गया में प्रेतशिला पहाड़ियां, जमुई में गिद्धेश्वर, जहानाबाद में काको, मधेपुरा में सिंहेश्वर स्थान, मधुबनी में फुलाहार, वैशाली में रामचुरा, दरभंगा में अहिल्या स्थान ,सीतामढ़ी में पुनौराधाम, हलेश्वर स्थान, पंथ पाकड़, चम्पारण के चुनकी गढ़, वाल्मिकी नगर के बारे में बताया गया.
बता दें कि डब्लूटीएम में इन्क्रेडिबल इंडिया पैवेलियन में बिहार पर्यटन को भी शोकेस किया गया है. इसका उद्घाटन सोमवार 6 नवंबर को लंदन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी, पर्यटन मंत्रालय के सचिव वी विद्यावति और बिहार के पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया गया था.
पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने डब्लूटीएम में पर्यटन क्षेत्र के ग्लोबल मार्केट से जुड़े पर्यटकों और प्रोफेशनलों के साथ ही इससे संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले सभी लोगों के साथ मंच साझा किया है. टीम में सचिव के अतिरिक्त पर्यटन निदेशक विनय कुमार राय और राज्य पर्यटन निगम के महाप्रबंधक अभिजीत कुमार शामिल हैं.
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