भोजपुर: गुरुवार की सुबह 11 बजे आरा के टाउन थाना क्षेत्र के आर्य समाज मंदिर के समीप बोलेरो गाड़ी से उतर कर कतीरा स्थित पेट्रोल पंप के मालिक सुशांत कुमार जैन झोले में रखा चार लाख 99 हजार 500 रुपये लेकर जैसे ही एसबीआइ में अपना एक पैर अंदर डाले थे की बगल की गैलेरी से काले रंग का कपड़ा पहने नाकाबपोश बदमाश आया और सीधे कनपट्टी पर पिस्टल सटा दी. इसके बाद बोला रुपये दो नहीं तो मरो. इससे पहले की पेट्रोल पंप मालिक कुछ समझ पता बदमाश रुपयों से भरा थैला लेकर भागने लगा. इसके बाद मालिक ने शोर मचाने लगा. इसी दौरान वहां ड्यूटी कर रहे पुलिस के जवान बाइक पर सवार होकर पीछा किये. तभी मौके का फायदा उठाकर अपराधी ताज अली के दो साथी विपरीत दिशा में भाग खड़े हुए.
तब तक टाउन थानाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम भी दौड़ते हुए पहुंची, तब तक बदमाश ताज अंधाधुंध फायरिंग करते हुए बिंदटोली स्थित झाड़ी में जा छिपा. बदमाश द्वारा चलायी गयी गोली से जहां पीछा कर रहे सिपाही अर्जुन को पेट में गोली लग गयी. वहीं जबकि कार्रवाई में पुलिस की गोली से झाड़ियों में छुपकर फायरिंग कर रहे बदमाश को भी गोली लग गयी. 15 मिनट तक चले एनकाउंटर में दो दर्जनों राउंड फायरिंग हुई.
एसबीआइ के मुख्य द्वार पर पेट्रोल पंप मालिक से रुपये लूट की घटना को अंजाम देने नाजिरगंज मुहल्ला निवासी सात कांड़ों का आरोपित कुख्यात मो ताज अली सामने आया था, लेकिन शोर- शराबा हुआ और पुलिस की टीम जब पीछे पड़ी, तो बैंक के आसपास खड़े उसके साथी नाकाबपोश दो और दोस्त रास्ता बदल कर भागने लगे. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिये उन साथियों का भी पता लगाने में जुट गयी, जो घटना के वक्त वहां पर मौजूद थे. गोली से जख्मी मो ताज अली ने अपने दोनों साथियों के भी नाम उगल दिये.
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लूट की घटना को अंजाम देने की योजना टाउन थाना क्षेत्र के मोती टोला निवासी रंभू चौधरी ने बनायी थी. पिछले एक साल से वह पेट्रोल पंप मालिक सुशांत जैन के यहां ड्राइवरी की नौकरी कर रहा था. पुलिस को जो साक्ष्य मिले तथा पकड़ा गया बदमाश मो ताज ने जो जानकारी दी, उससे पूरे मामले का उद्भेदन हो गया. जिस गाड़ी से पैसा जमा करने के लिए सुशांत जैन आर्य समाज मंदिर स्थित एसबीआइ आ रहे थे, उसी बोलेरो का चालक कतीरा स्थित पेट्रोल पंप से लेकर आर्य समाज मंदिर तक अपराधियों को अपने आने का लोकेशन भेज रहा था. इस मामले में सुशांत जैन ने बताया कि पिछले 10 साल पहले मैंने इसे ड्राइवर रखा था. बाद में नौकरी से हट दिया था. एक साल पहले दोबारा उसे काम पर रखा था. पुलिस ने बताया कि उसका भी हाथ हो सकता है.
Published By: Thakur Shaktilochan